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साेजत राेड में चिकित्सकों के बहिष्कार के चलते नर्सिंगकर्मियों ने किया मरीजों का प्राथमिक उपचार

साेजत राेड में चिकित्सकों के बहिष्कार के चलते नर्सिंगकर्मियों ने किया मरीजों का प्राथमिक उपचार

पश्चिम बंगाल में जूनियर डाक्टर पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा कार्य का बहिष्कार किया गया।जिसके चलते चिकित्सालय में आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। चिकित्सालय में आए मरीजों का नर्सिंग स्टाफ ने मात्र प्राथमिक उपचार दिया। चिकित्सकों की हड़ताल के चलते आॅनलाइन मरीज पंजीकरण सेवा भी पूर्णतया बंद रही। चिकित्सक नहीं होने से अधिकांश मरीज निराश होकर वापस लौट गए। कुछ मरीजों ने निजी चिकित्सकों की शरण ली। सोजत रोड राजकीय चिकित्सालय में औसतन 300 मरीज प्रतिदिन आते हैं।

स्मार्ट फोन के जरिये शॉपिंग माल में लोगों की हर खरीदारी पर नजर

स्मार्ट फोन के जरिये शॉपिंग माल में लोगों की हर खरीदारी पर नजर

किसी शॉपिंग मॉल में अपने पसंदीदा जनरल स्टोर में आप डेयरी प्रोडक्ट की ओर रुख करते हैं तो फौरन अापके फोन पर नोटिफिकेशन आएगा- इस कंपनी के योगर्ट पर 10% की छूट है। कूपन के लिए यहां क्लिक करें। आपने पिछली बार स्टोर से योगर्ट खरीदने का विचार किया होगा, लेकिन नहीं खरीदा था। सवाल है, आपका फोन कैसे यह जान गया? दरअसल, आपका स्मार्टफोन यह जानकारी देता है। स्टोर ने आपकी लोकेशन का डेटा लेकर मार्केटिंग कंपनी को भेजा। उसने आपको प्रभावित करने के लिए विज्ञापन भेज दिया। स्टोर इसके लिए कंपनी को पैसा देता है।

अभी हाल आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह कंपनियां मोबाइल फोन टॉवर, वाई-फाई और जीपीएस से एकत्र डेटा का उपयोग कर रही हैं। लोकेशन डेटा इंडस्ट्री के पास एकदम सटीक जानकारी देने के लिए एक और टूल है-ब्लूटूथ बीकन। ये बीकन छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं और स्टोर में छिपाकर लगाए गए हैं। आपके फोन का एप कंपनी को बताएगा कि आप शॉपिंग मॉल में प्रवेश कर चुके हैं। यह भी कि आप दो मिनट फलां प्रोडक्ट के सामने रुके थे। अधिकतर लोकेशन सेवाएं फोन टॉवर या जीपीएस का उपयोग करती हैं लेकिन इनकी सीमाएं हैं। टॉवर का कवरेज व्यापक रहता है लेकिन वह बहुत बारीक जानकारी नहीं दे पाता है। जीपीएस 16 फीट के दायरे में काम करता है पर अंदर वह अच्छे से काम नहीं कर पाता है। ब्लूटूथ बीकन कुछ इंच से 50 मीटर तक सही लोकेशन रिकॉर्ड करते हैं। उनमें कम ऊर्जा लगती है। वे अंदरूनी जगह में काम करते हैं। ज्यादातर लोग नहीं जानते कि उन पर बीकंस से निगाह रखी जा रही है। बीकंस को एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल, सब वे, बसों, टैक्सियों, स्टेडियम, जिम, होटलों, अस्पतालों, संगीत समारोहों, सिनेमाघरों और म्यूजियम जैसे स्थानों पर लगाया गया है।

कूपन या मैसेज भेजने के लिए कंपनियों को आपके फोन पर एप लगाने की जरूरत रहती है जिसे स्टोर का बीकन पहचान ले। टारगेट, वालमार्ट जैसी कंपनियां अपने एप की ट्रैकिंग के लिए ब्लूटूथ बीकंस का उपयोग करती हैं। रिटेलर्स अपने एप तक सीमित रहने की बजाय हर कस्टमर को ट्रैक करना चाहते हैं। इसलिए लोकेशन मार्केटिंग कंपनियों की बड़ी इंडस्ट्री खड़ी हो गई है। न्यूज, मौसम और अन्य जानकारियां देने वाले कई लोकप्रिय एप के निर्माता अपने एप में ये टूल किट डाल देते हैं।

फेसबुक, गूगल सहित बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियां भी इस कारोबार में भागीदार

दिग्गज टेक कंपनियां बीकोसिस्टम का हिस्सा हैं। 2015 में फेसबुक ने लोकेशन मार्केटिंग के लिए कारोबारियों को मुफ्त फेसबुक ब्लूटूथ भेजना शुरू किए थे। कंपनी ने अभी हाल में फेसबुक ब्लूटूथ बीकन सेक्शन को अपनी वेबसाइट से हटा लिया है। गूगल ने 2017 में प्रोजेक्ट बीकन लॉन्च किया। उसने गूगल एड सर्विस के साथ कंपनियों को बीकन भेजे। एपल और गूगल आईओएस और एंड्रॉयड के माध्यम से निगरानी करती हैं।

फिर से खारे पानी से हलक तर करेंगे सोजतवासी जलापूर्ति 40 लाख लीटर पानी की जगह 30 लाख लीटर ही पानी

फिर से खारे पानी से हलक तर करेंगे सोजतवासी जलापूर्ति 40 लाख लीटर पानी की जगह 30 लाख लीटर ही पानी

सोजत शहर में पेयजल आपूर्ति की मात्रा कम होने के कारण जल्द ही खारा पानी वितरित करने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं क्योंकि जवाई बांध में पानी का जल स्तर लगातार कम हो रहा है। इसके चलते सोजत को प्रतिदिन मिलने वाले 40 लाख लीटर पानी की जगह कई दिनों से 30 लाख लीटर पानी दिया जा रहा है। वर्तमान में 72 घंटाें में की जाने वाली पेयजल आपूर्ति 96 से 120 घंटे पर जाने वाली है। ऐसे में एकबार फिर सोजतवासियों को खारा पानी पीना पड़ सकता हैं।

धंधेड़ी नदी में तीन ट्यूबवैल शुरू, जल्दी ही टीडीएस संतुलित कर दिया जाएगा पानी : जलदाय विभाग ने पेयजल की किल्लत दूर करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग ने परंपरागत जलस्त्रोत धंधेड़ी नदी में तीन ट्यूबवैल शुरू कर दिए हैं, जवाई बांध से मीठा पानी मिलने से पहले इन्हीं ट्यूबवैल से सोजत में पानी वितरित किया जाता था, लेकिन जिसका टीडीएस 1500 से 2000 के बीच है जो अत्यन्त ही खारा है।

इसको पीने में परेशानी होती है अाैर हड्डियों में जमाव होने से कमजोर होने लगती हैं, लेकिन जवाई बांध में घटते जल स्तर ने जलदाय विभाग को मजबूर कर दिया कि वे अब पानी के नये स्त्रोत तलाश करें। ऐसे में विभाग ने तय किया कि जवाई से मिलने वाली पेयजल आपूर्ति व धंधेड़ी ट्यूबवैल के पानी को यहां के फिल्टर प्लांट में स्थित सीडब्लूआर में भेजा जायेगा, वहां दोनों को मिक्स करके पानी के टीडीएस को संतुलित करने का प्रयास कर उसमें अलम ओर ब्लिचिंग पाउडर डालकर उसकी सफाई कर शहर के अलग-अलग जोन की टंकियों में भेजा जायेगा।

साेजत अस्पताल में लगाए 16 सीसीटीवी कैमरे

जिले का दूसरा बड़ा अस्पताल अाचार्य रघुनाथ स्मृति जैन राजकीय चिकित्सालय अब कैमरे की नजर में रहेगा।

जिले का दूसरा बड़ा अस्पताल अाचार्य रघुनाथ स्मृति जैन राजकीय चिकित्सालय अब कैमरे की नजर में रहेगा। अस्पताल प्रशासन ने हॉस्पिटल में बढ़ रही लगातार चाेरियाें की घटनाअाें काे राेकने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए पूरे हॉस्पिटल में विभिन्न स्थानाें पर 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं व इसका एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया है, जहां से पूरे परिसर की माॅनिटरिंग की जाएगी तथा संदिग्ध पर कड़ी नजर हाेगी। पिछले दिनाें अस्पताल में उपचार के लिए अाई महिला के बैग से चाेराें ने 60 हजार रुपए की नकदी चुरा ली थी। इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था काे लेकर लाेगाें के मन में काफी नाराजगी थी। इस पर अस्पताल प्रशासन ने लगाम लगाने के लिए पूरे हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया।

आए दिन हाे रही थी चाेरियां, कई मरीजाें के गायब हुए माेबाइल व सामान

150 बेड वाले जिले के दूसरे बड़े अस्पताल में लम्बे समय से चाेरी हाे रही थी। मरीजाें के सामान व उनके माेबाइल चाेरी हाेना यहां पर अाम बात हाे गई। इतना ही नहीं अस्पताल में एक चिकित्सक का भी माेबाइल चाेरी हुअा था, जिसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियाें काे भी करते हुए नागरिकाें ने रात्रि के समय पुलिस के गार्ड लगाने, नियमित रूप से गश्त करवाने के साथ अस्पताल परिसर में पुलिस चाैकी स्थापित करने की भी मांग की थी। इस बारे में अस्पताल प्रशासन ने कई बार लिखित व माैखिक रूप से भी कहा, लेकिन पुलिस ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई व सामान की चाेरी का सिलसिला लगातार रूप से जारी रहा। अाखिरकार कुछ दिनाें पहले पास ही के दूदोड़ गांव की महिला भंवरीदेवी सीरवी अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए अाई थी, वाे बरामदे में टेबल पर बैठ कर अपनी बारी का इंतजार कर रही थी। इसी दाैरान उसके बैग में 60 हजार रुपए चाेराें ने उसके बैग के चीरा लगा कर उसमें से पैसे पार कर दिए। उसका भी अाज दिन तक पता नहीं चला। अाखिरकार, अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए खुद ही सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथाें लिया व हॉस्पिटल की प्रत्येक महत्वपूर्ण जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए।

पाली / गैस सिलेंडर से भरे ट्रक में लगी आग, काफी देर होते रहे धमाके

गैस सिलेंडर से भरे ट्रक में लगी आग, काफी देर होते रहे धमाके

 

पाली. जिले में नेशनल हाइवे संख्या 162 पर केनपुरा गांव के पास रविवार को गैस सिलेंडरों से भरे एक ट्रक में भीषण आग लग गई। जिससे काफी देर तक गैस सिलेंडरों के एक-एक कर फटने से तेज धमाकों के साथ आग के बंवडर उठते रहे। धमाकों की दहशत से स्थानीय ग्रामीण दहशत में आ गए और वे घरों से बाहर निकलकर दूर चले गए। वहीं, हाइवे पर इकट्‌ठा हुए लोगों ने काफी दूर से खड़े होकर सिलेंडरों में हुए धमाकों की मोबाइल से वीडियो बना लिए। जो कि कुछ देर में वायरल हो गए।