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खोखरा ओवरब्रिज के पास पलटा टैंकर, लोगों में दूध ले जाने की लगी होड़

सोजत समीपवर्ती खोखरा गांव सरहद में शुक्रवार को एक दूध का टैंकर असंतुलित होकर पलट गया। जिससे टैंकर में भरा करीब 21 हजार लीटर दूध टैंक के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण बह गया।

बड़ी मात्रा में दूध के गिरने के कारण वहां पर दूध का रेला बहने लगा। लोगों को जानकारी मिली तो लोग बर्तन लेकर मौके पर पहुंचे आेर दूध भर कर ले जाने लगे। हादसे में टैंकर चालक घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए सोजत राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात के मेहसाणा से दूध भर कर दिल्ली जा रहा टैंकर खोखरा ग्राम स्थित फोरलेन पर बने पुलिया के कुछ पहले असंतुलित होकर पलट गया। हादसे में टैंक के क्षतिग्रस्त होने के कारण उसमें भरा सारा दूध बह गया। इस दौरान लोगों में वहां दूध ले जाने की होड़ लग गई। गनीमत रही कि टैंकर फोरलेन से नीचे पलटा, जिससे राजमार्ग जाम नहीं हुआ आेर चालक को भी ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई। सूचना मिलने पुलिस भी मौके पर पहुंची।

सोजत कृषि मंडी में काश्तकारों के बोरे हटाने से रोष

स्थानीय कृषि उपज मंडी में बिकने के लिए आए किसानों के मेहंदी जिंस के बोरे मंडी प्रशासन द्वारा हटाने से किसानों सहित स्थानीय दलालों व हमालों ने जताया है। कृषि मंडी दलाल क वर्ग के अध्यक्ष मदन छोटेवाला ने बताया कि मंडी में प्लेटफार्म पर पड़े मेहंदी बोरों को हटाने के कारण किसानों को उन्हें परिवहन कर दूसरी जगह ले जाने में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ जाता है। इस समय मेहंदी की बिकवाली अधिक है, लेकिन बोरों को हटा कर प्लेटफार्म खाली करने से व्यापार प्रभावित हो रहा है। मजदूरों के सामने बेरोजगारी की समस्या खड़ी हो गई है। इधर, मंडी प्रशासन का कहना है कि उन्होंने नियम के तहत यार्ड खाली करवाए हैं।

नियमित ड्यूटी की मांग, होमगार्ड ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला

सोजत | सोजत क्षेत्र के होमगार्ड जवानों ने अपनी नियमित ड्यूटी व पुलिस कांस्टेबल के बराबर वेतनमान देने की मांग को लेकर बुधवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री का पूतला फूंका। इसके बाद उन्‍होंने अपनी मांगों को लेकर संयुक्त हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन एसडीएम मुकेश चौधरी को सौंप कर उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का निवेदन किया। इस अवसर पर होमगार्ड मोहनलाल बोराणा व मूलचंद चौैहान की अगुवाई में सौंपे ज्ञापन में उन्‍होंने बताया कि न्यायालय की ओर से भी होमगार्ड को पुलिस कांस्टेबल के बराबर वेतन देने का निर्णय दिया हैं लेकिन सरकार ने इस वर्ष के बजट में होमगार्ड जवानों के वेतन में कोई वृद्धि नहीं की हैं। उन्‍होंने मुख्यमंत्री से उनकी स्थाई ड्यूटी ओर कांस्टेबल स्तर का वेतन सेवायें देने की मांग की हैं।

आखिर शहर में कितनी और माैतों का इंतजार नगर परिषद व जिला प्रशासन को… अब एक और शिक्षिका की जान गई

स्कूल से घर लौटते बांडी नदी की रपट पर सामने आई गाय, उसे बचाने के लिए गिरी तो पीछे से ट्रक ने सिर कुचला, मौके पर ही मौत

ट्रक के पहिए के नीचे आने से मीना का सिर कुचला तो सड़क पर खून ही खून हो गया। कुछ लोगों ने उस मिट्टी डाली। सवाल था कब तक बेगुनाह लोगों का खून ऐसे सड़कों को रंगता रहेगा। फोटो : दीपक शर्मा

इस हादसे का जिम्मेदार ट्रक चालक से ज्यादा नगर परिषद, गोशाला संचालक और जिला प्रशासन, क्योंकि

शहर में तीन बड़ी गोशालाएं, गोसेवा के नाम पर लाखों रुपए की सहायता और अनुदान फिर भी दो-तीन सौ गोवंश के लिए जगह नहीं

नगर परिषद की जिम्मेदारी कि वह इन्हें सड़कों से हटाए, कांजी हाउस के नाम पर हर साल लाखों रुपए चारे के नाम पर भी उठते हैं

शहर में जो लोग दूध निकालकर गोवंश को छोड़ते हैं, उन्हें पकड़ने व कार्रवाई की जिम्मेदारी भी नगर परिषद की

नगर परिषद अगर इन सब में विफल रहती है तो जिला प्रशासन को सख्ती का पूरा अधिकार, गोवंश को लेने से मना करने पर उसके पास अनुदान रोकने की सिफारिश का भी अधिकार

शहर के नागरिक भी जिम्मेदार, उनके पास जिम्मेदारों को कार्रवाई के लिए मजबूर करने का कानूनी अधिकार, लेकिन कोई आगे नहीं आता।

एडवोकेट जेठ की भी सड़क हादसे में हुई थी मौत

मृतका के जेठ एडवोकेट शिव निवास परिहार की करीब दस साल पहले नारलाई के पास बस की चपेट में आने से मौत हुई थी। उस समय वे भी बाइक से अकेले ही घर लौट रहे थे। मृतका के ससुर स्वर्गीय रामनिवास परिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व समाजसेवी थे, जिन्होंने सोजत से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था।

आज बूसी में होगा अंतिम संस्कार, शिक्षा विभाग में शोक व्याप्त

पुलिस ने मृतका का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा दिया,लेकिन शाम होने के कारण शव को बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में ही रखवाया है। गुरुवार सुबह शव का बूसी गांव में अंतिम संस्कार कराया जाएगा। हादसे में शिक्षिका की मौत की खबर सुनकर मोर्चरी के बाहर परिजन, रिश्तेदार व जनप्रतिनिधियों के साथ शिक्षक वर्ग के लोग जमा हो गए।

मीना का क्या कसूर, हेलमेट भी पहना, अपनी साइड पर ही थी, अचानक सामने गोवंश आया और पीछे से ट्रक के रूप में मौत

मीना के पति का कहना है कि हमेशा वह ट्रैफिक रूल्स और सुरक्षा का ध्यान रखती थी। बिना हेलमेट लगाए स्कूटी पर भी नहीं बैठती थी। कभी तेज स्पीड में भी स्कूटी नहीं चलाई। फिर भी वह सड़क हादसे का शिकार हो गई। उसका क्या कसूर था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह अपनी साइड पर चल रही थी। स्पीड भी धीमी थी। अचानक गाय आई तो उससे बचने के चक्कर में नियंत्रण खोया और गिर गईं। पीछे से आ रहे ट्रक के चालक ने भी उसे बचाने का प्रयास किया। उसने स्टेयरिंग घुमाया तो आगे से तो बच गई लेकिन पिछला पहिया उसके सिर पर चढ़ गया। पहिए के दबाव से मौके पर ही दम टूट गया। हेलमेट भी क्षतिग्रस्त नहीं हुआ लेकिन दबाव से खोपड़ी पिचक गई। मीना का शव अस्पताल पहुंचाने तक हेलमेट सिर पर मौजूद था।

सवाल :पूरे शहर में मुश्किल से दो-तीन सौ बेसहारा गोवंश, अगर गोशालाओं के पास इनके लिए भी जगह नहीं तो फिर उनका औचित्य क्या

गोशालाएं खोली ही गोसेवा के उद्देश्य से जाती हैं। गोसेवा के नाम पर ही लोग लाखों रुपए का दान भी करते हैं। बावजूद गोशालाओं में ज्यादातर दूधारू पशुओं को ही जगह मिलती है। सरकार अनुदान भी यह पूछकर नहीं देती कि कितनी दूध देने वाली या नहीं देने वाली हैं, तो फिर गाय के साथ यह भेदभाव क्यों। शहर में घूम रहा ज्यादातर गोवंश या तो नंदी हैं या फिर ऐसी गायें जो अब दूध नहीं देती।

रीट प्रथम लेवल में 1989 व द्वितीय लेवल में 10 हजार अभ्यर्थी आए 25 केंद्रों पर

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा रीट का आयोजन रविवार को जिले के 35 केंद्रों पर किया गया। रीट की प्रथम पारी में हुई द्वितीय लेवल की परीक्षा में 11232 में से 10180 अभ्यर्थियों ने पेपर हल किया, वहीं दूसरी पारी में हुई प्रथम लेवल की परीक्षा में 2240 में से 1989 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। रीट को लेकर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई। शहर समेत जिले में हुई रीट में सभी केंद्रों पर शांतिपूर्वक माहौल रहा। रीट देने के बाद कई अभ्यर्थियों ने बताया कि द्वितीय लेवल में अंग्रेजी व साइको के प्रश्न काफी कठिन रहे। कई अभ्यर्थियों के चेहरे पर रीट देने के बाद खुशी नजर आई। रीट के जिला समन्वयक डॉ. डीआर जॉनसन ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक रही। रीट के लिए पाली में 25, सोजत में 5 और फालना में 5 केंद्र खोले गए थे।

फलौदी के कैदी ने भी दी बांगड़ कॉलेज में रीट: बांगड़ कॉलेज में रीट की परीक्षा देने के लिए फलौदी के कैदी मनाेहर भी दाे पुलिस कांस्टेबल के साथ पहुंचा। पुलिस कांस्टेबल ने केंद्र में प्रवेश दिलाने के साथ कैदी को परीक्षा दिलवाई।

प्रथम लेवल में 251, तो द्वितीय लेवल में 1052 अभ्यर्थी रहे अनुपस्थित

जिला समन्वयक डॉ. जॉनसन ने बताया कि जिले के सभी परीक्षा केंद्रों पर हुई रीट के प्रथम पारी में द्वितीय लेवल की परीक्षा में 1052 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। इसी तरह द्वितीय पारी में हुई प्रथम लेवल की परीक्षा में 251 अभ्यर्थियों ने रीट नहीं दी।