सोजत में लाखों रुपए की लागत से लगे सीसीटीवी कैमरे गारंटी पीरियड में ही हुए खराब
शहर की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के उद्देश्य से लम्बी मशक्कत के बाद शहर के 15 मुख्य जगहों पर लाखों की लागत से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों ने गारंटी पीरियड में ही जवाब दे दिया है। स्थिति यह है कि पिछले करीब एक माह से कोई भी कैमरा काम नहीं कर रहा तथा इस वजह से पुलिस थाने में इनकी मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए डिस्पले में कोई भी इमेज नहीं आ रही व एलसीडी पर धूल जमने लग गई है। पुलिस व प्रशासन की उदासीनता के कारण न केवल सरकारी रुपए बर्बाद हो रहा है, वरन आज भी किसी भी जगह कोई वारदात अथवा आपराधिक घटना हो गई हो तो पुलिस के हाथ खाली ही रहेंगे।
लगवाए पालिका ने थे, मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी थी पुलिस की, लेकिन ठीक कराने की सूचना तक नहीं दी
शहर में बढ़ रही लगातार चोरियों व नकबजनी के साथ मुख्य बाजार में बैंकों से रुपए लेकर आ रहे लोगों के बैग में से रुपए पार करने की लगातार हो रही घटनाओं से नागरिकों ने सीएलजी व अन्य सार्वजनिक प्लेटफार्म के माध्यम से सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, लेकिन इसकी मॉनिटरिंग के लिए सोजत थाने में सभी कैमरों का एंगल, एक बड़ी एलईडी पर जोड़कर उसका कनेक्शन दिया गया था। इस पर पुलिस के जवान नजर रखे हुए थे। लेकिन गत करीब एक माह से शहर में लगे हुए कैमरे बंद है व एलईडी पर किसी तरह की इमेज नहीं आ रही। इसके बावजूद भी मॉनिटरिंग का जिम्मा उठाने वाली पुलिस ने नगर पालिका को न तो मौखिक रूप से व न ही लिखित में कोई सूचना इन्हें ठीक करने के लिए भेजी।
करीब 7.5 लाख रुपए की लागत से लगवाए थे 15 कैमरे
नगर पालिका ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम व बार-बार लोगों की मांग पर कुछ माह पूर्व पाली की एक फर्म को करीब 7.5 लाख रुपए में शहर के 15 मुख्य स्थानों पर कैमरे लगाने का ठेका दिया था। इस पर फर्म ने तय जगहों पर विभिन्न एंगल को ध्यान में रखते हुए कैमरे लगा दिए थे व इसका कंट्रोल रूम सोजत पुलिस थाने में था, लेकिन कुछ तकनीकी अथवा अन्य कारणों से कोई भी कैमरा इमेज को कैच नहीं कर पा रहा है, इसलिए कंट्रोल रूम में लगाई गई एलईडी बिल्कुल बंद पड़ी है।
नगर पालिका को हमने सूचना भेजी थी
हमने एलईडी पर कोई इमेज नहीं आने पर कैमरों के खराब होने की सूचना के लिए नगर पालिका को फोन किया था, लेकिन वहां से आज तक कार्रवाई नहीं हुई। अब फोन किसको किया था, उसका व्यक्तिगत नाम तो मालूम नहीं है। इसके अलावा कैमरे लगवाने वाले ठेकेदार को भी हमारे जवानों ने सूचना दी थी। फिर भी आज ही नगर पालिका के ईआे से व्यक्तिगत मिलकर कर आपसी सामंजस्य से कैमरों को ठीक करवाया जाएगा। -सवाईसिंह सोढ़ा, थानाधिकारी, सोजत
हमारे पास कोई सूचना नहीं आई है
जब कैमरे लगाए गए थे तो इनके मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी पुलिस को दी गई थी। अगर कैमरे बंद थे तो इसकी सूचना नगर पालिका को देनी थी। हमारे पास में न तो मौखिक रूप से आेर न ही लिखित रूप में सूचना आई है। आपसे ही कैमरों के बंद होने की जानकारी मिली है। जल्दी ही ठेकेदार को बुलाकर कैमरों को पुन: चालू करवा दिया जाएगा। -सुरेश चौहान, ईआे, नगर पालिका, सोजत
अधिकारियों को जल्द देंगे निर्देश
बड़ी मुश्किल से शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नागरिकों की मांग पर नगर पालिका व पुलिस अधिकारियों के सामंजस्य से कैमरे लगवाए थे, लेकिन ये बंद पड़े हैं । इसकी जानकारी मुझे नहीं है। मैं कल ही संबंधित अधिकारियों से बात कर कैमरों को जल्दी ही ठीक करवाने का प्रयास करूंगा। पुलिस भी काम में सहयोग रखे। अगर कैमरे बंद है तो इसकी सूचना तत्काल प्रभाव से नगर पालिका को दे। अगर वे कार्रवाई नहीं करते हैं तो मुझे इसकी सूचना दे। -मुकेश चौधरी, उपखंड अधिकारी, सोजत