बगड़ी नगर| समीपवर्तीसारंगवास ग्राम के गांवाई तालाब में पानी की आवक अधिक होने से पानी मुख्य सड़क मार्ग पर भर गया। सूचना पर तहसीलदार सत्यनारायण वर्मा, नायब तहसीलदार ढलाराम के साथ ही जल संसाधन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सड़क के किनारे गहरा गड्डा होने से रास्ते को बंद करवा दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से दोनों छोर पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
तालाबफूटने की चलती रही अफवाह : क्षेत्रमें तालाब के पानी का पाल नीची होने से पानी का बहाव दूसरी ओर हो गया,जहां किनारे पर सड़क है। पानी सड़क पर आने से दुर्घटना से बचने के लिए ग्रमीणों ने ही रास्ते के दोनों ओर कांटे डालकर मार्ग को बंद कर दिया। वहीं कुछ लोगों ने इसको सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिससे इसके फूटने की अफवाह फैल गई।
तालाबनहीं फूटा है
^तालाबकी पाल छोटी होने से पानी दूसरी ओर गया है। सुरक्षा के लिहाज से रास्ता बंद करवाया है ताकि कोई अनहोनी ना हो। अब हालात सामान्य है। -ढलाराम, नायब तहसीलदार, बगड़ी नगर
तालाब की पाल छोटी है
^तालाबमें जलभरण के लिए इस बार रास्ता बनाया गया था। पानी का बहाव ओर पाल छोटी होने से पानी सड़क के ऊपर तक गया है। -श्रवणसिंह ,जनप्रतिनिधि, सारंगवास
कोटमगरतलाब में कई मकान गिरे
खिंवाड़ा|देसूरीपंचायत समिति के मगरतालाब ग्राम पंचायत के गुड़ा जैतावतान में गत दिनों हुई तेज बारिश से मगरतलाब पंचायत के गुड़ा कलां में तीन, कोलर में एक, छोटी खारची में एक, कोट ग्राम पंचायत में पांच, नया गांव में नौ, सांभरिया में दो, खटुकड़ा में दो, गुड़ा देवड़ा में दो, जैतावता गुड़ा में 6 मकान गिर गए। कच्चे मकान गिरने की सूचना पर कोट सोलंकियान सरपंच पार्वती सोनी, उपसरपंच घीसुसिंह सोलंकी समाजसेवी जगदीश शर्मा मौके पर पहुंचकर अधिकारियों को सूचना दी।
बलवना|गांवमें पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से कभी तेज तो धीमी बारिश होने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। बलवना में पैरवा रोड पर शुक्रवार को रात में तेज बरसात होने से ओबाराम देवासी का मकान गिर गया।
तखतगढ़|गांवमें आई प्राकृतिक आपदा का जायजा लेने पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान हरिशंकर मेवाड़ा, सुमेरसिंह राजपुरोहित, बूराराम चौधरी आदि मौजूद थे।
सारंगवास गांवाई तालाब में पानी भरने से बड़ागुड़ा-सोजतरोड मार्ग बंद हो गया।
पाली| फोरलेनहाईवे पर स्थित जाडन ग्राम सरहद में शनिवार करीब पौने 11 बजे आगे चल रहे ट्रक में पीछे से कार के भिड़ जाने से कार में जयपुर जा रहे राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायधीश रामचंद्रसिंह झाला मामूली रूप से चोटिल हो गए, जिन्हें सोजत राजकीय चिकित्सालय लाया गया तथा प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
अब तक 16 की मौत, 11 हजार लोग बचाए, डॉक्टर्स की छुट्टी रद्द
बाड़मेर : 1.5इंच
गांव खाली कराए
जैसलमेर : पौनइंच
90 गांव-ढाणियां डूबे
सिरोही : 5इंच
गांव पानी-पानी
पाली : 6.5इंच बारिश
टापू बनी कॉलोनियां
जालोर : 4.5इंच
रेलवे ट्रैक डूबा
राजे ने अफसरों को दी कड़ी हिदायतें
मुख्यमंत्री वसुंधरा ने आगामी आदेश तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टर्स सहित सभी विभागों के अवकाश रद्द किए। उन्होंने सूचना पर तुरंत राहत पहुंचाने के आदेश दिए। सीएम को अफसरों ने बताया कि बाढ़ से घिरे इलाकों में अब तक 16 लोगों की मौत हुई है। 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
20राहत कैंप स्थापित किए गए हैं। जलप्लावन से 16 लोगों की मौत हुई, जिन्हें 64 लाख रु. की मुआवजा राशि दी गई। जालौर में पशुधन संरक्षण के लिए 19 करोड़ रु. जारी किए गए। पाली में 7 हजार, जालौर में 2200, सिरोही में 17 हजार तैयार भोजन के पैकेट, 4 हजार सूखे भोजन के पैकेट, बाड़मेर में 2 हजार पैकेट गिराए गए। इसके अलावा एक हजार लोगों के खाने की व्यवस्था की गई। राजस्व विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष गिरदावरी के आदेश दिए हैं। इन इलाकों में 2.95 लाख किसानों के 1310 करोड़ रुपए के शॉर्ट टर्म लोन को मीडियम टर्म लोन में बदला जाएगा। इस पर सरकार 196 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि व्यय करेगी।
पाली. मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुआ नया गांव। फोटो|गौरव शर्मा
जालोर : दर्जनों गांव खतरे में
जालोरजिले में साढ़े चार इंच तक बारिश हुई। जवाई बांध से छोड़े गए पानी के कारण जवाई नदी पूरे वेग से बह रही है। इसके किनारे बसे दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है। शहर की आवासीय कॉलोनियों में भी पानी भर गया। रेलवे ट्रैक डूबा। सर्किट हाउस में भी पानी घुस गया।
सिरोही : 4 फीट तक पानी
सिरोहीजिले में पांच इंच तक पानी गिरा। पिंडवाड़ा में पांच इंच बारिश से चार-चार फीट पानी भर गया। आबूरोड के पास भुजेला नदी में एक युवक बह गया। माउंट आबू में 101, शिवगंज में 89 मिमी, सिरोही में 75 मिमी, आबूरोड में 38 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई।
बाड़मेर/जैसलमेर : गांव खाली
बाड़मेरजिले में डेढ़ इंच तथा जैसलमेर जिले में पौन इंच तक बारिश हुई। जैसलमेर के पोकरण में बाढ़ के हालात बन गए हैं। 20 गांव 70 ढाणियां पानी से घिरे हैं। करीब आधा दर्जन गांवों को खाली कराया गया है। कवास में अलर्ट जारी किया गया है। बाड़मेर शहर में शनिवार को डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई।
पाली : नदी ने ढाया कहर
पालीशहर में शनिवार दोपहर तक लगभग साढ़े छह इंच (160 मिमी) बारिश हुई। इससे शहर में बांडी नदी उफान पर बहने लगी और आधा दर्जन कॉलोनी बस्तियां टापू बन गईं। राहत कार्यों के लिए उदयपुर जोधपुर से सेना, एनडीआरएफ आरएसी की अतिरिक्त टुकड़ी को पाली में तैनात किया गया है।
सीएम वसुंधरा ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा
पाली/जालोर/सिरोही| पालीसहित मारवाड़ के 5 जिलों पर बाढ़ की मार है। आठ दिन से पाली, सिरोही जालोर में गांव के गांव और कॉलोनियां डूबी हुई हैं। शनिवार को तेज बारिश के बाद बाड़मेर जैसलमेर के पोकरण में भी बाढ़ के हालात बन गए। 20 गांव 70 ढाणियां पानी से घिरे हैं। करीब आधा दर्जन गांवों को खाली कराया गया है। प्रभावित जिलों में सेना, एनडीआरएफ आरएसी के जवान बचाव कार्यों में जुटे हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हेलिकाॅप्टर से दौरा किया। मौसम खराब होने के कारण उन्हें पाली जिले के सोजत से ही वापस जयपुर लौटना पड़ा। उन्होंने शाम को अाला स्तर की मीटिंग ली और कई हिदायतें दीं। जयपुर में सुबह से देर रात तक बारिश का सिलसिला चला। यहां 12 मिमी बारिश हुई।
सोजतउपखंड के बाढ़ बचाव बाढ़ राहत की बैठक शनिवार को एसडीएम मुकेश चौधरी की अध्यक्षता में एसडीएम कार्यालय में आयोजित की गई। जिसमें चौधरी ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा कर जिले में मानसून की सक्रियता उपखंड के बांधों में पानी की भारी आवक को देखते हुए अतिवृष्टि के हालातों से निपटने के लिए फीडबैक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। इस दौरान चौधरी ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर तालाब अथवा बांध के साथ बारिश के पानी को रोकने के लिए रेत के 100-100 कट्टे होना जरूरी है। इसके अलावा किसी भी मांग में जलभराव की स्थिति बिगड़ने पर कर्मचारी तुरंत कंट्रोल रूम में सूचना करें और सूचना की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दे। पानी के निकासी के लिए अगर खेत की मेड़ के साथ सड़क को भी तुड़वाना पड़े तो किसी भी आदेशों की प्रतीक्षा नहीं करें। क्षेत्र के बीजपुर, खामल, शिवपुर, चौपड़ा, झूपेलाव, रूपावास, बूटेलाव, धीनावास, बिलावास ग्रामों में हर साल बारिश के मौसम में जल भराव रहता है।
इसलिए एेसी जगहों पर कार्मिक मुस्तैदी के साथ घटनाक्रम पर नजर रखे। साथ ही पेयजल वितरण समय पर हो पर्याप्त मात्रा में लोगों को बिजली भी मिले, फाल्ट के बहाने से लंबे समय तक लाइट नहीं कटनी चाहिए। इस दौरान सोजत शहर में हायर सैकंडरी स्कूल पर भारी मात्रा में पानी के भराव को खाली कराने के लिए नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बारिश के लिए एसडीएम कार्यालय तहसील कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां पर 24 घंटे कार्मिक उपस्थित रहेंगे। इस मौके भाजपा नेता गिरवरसिंह राठौड़, पुलिस उपअधीक्षक भोमाराम, उपनिरीक्षक श्रवणराम विश्नोई, विकास अधिकारी तनुराम राठौड़, बीईईओ नाहरसिंह राठौड़ एक्सईएन पीडब्लूडी जस्साराम सीरवी, एईएन खुमाराम मेघवाल, एईएन पीएचईडी लक्ष्मीनारायण बोरावड़, एईएन डिस्कॉम अमृतलाल जाटव, जेईएन रणजीत कुमार आदि उपस्थित थे।
सोजत पाली शहरमें शुक्रवार रात को भारी बारिश होने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। लगातार बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। इसको देखते हुए जोधपुर से सेना बुलाई गई है। साथ ही एनडीआरएफ, एसटीआरएफ तथा आरएसी की बटालियन देर रात को पाली पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई है। कई बस्तियों में कमर तक पानी होने के साथ ही अंदरूनी इलाकों में घरों में पानी घुस गया है।
इधर, शनिवार को पाली जिले में पैदा हुए हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री वसुंधराराजे पाली सकती है। वे जालोर तथा सिराेही के साथ पाली में भी बाढ़ की स्थिति को देखते हुए हवाई सर्वेक्षण कर सकती है। उनका हेलीकॉप्टर सोजत हवाई पट्टी पर उतरने की संभावना को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री पीपी चौधरी भी जिले में बाढ़ के हालात को देखते हुए खैर-खबर लेने शनिवार को पाली पहुंच रहे हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी शुक्रवार शाम को सही साबित हुई। शाम 4 बजे 20 मिनट के लिए हुई बरसात ने शहर को पानी-पानी कर दिया था। इसके बाद रात 10 बजे तेज हवाओं के साथ बरसात शुरू हो गई। लगातार बारिश होने से शहर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए। 30 से अधिक बस्तियों के घरों में पानी घुस गया।
मुख्यसड़कों पर तो ऐसे हालात पैदा हो गए कि दो से तीन फीट तक पानी बहने लगा। लगातार बारिश को देखते हुए शहरवासियों में दहशत का माहौल बन गया। शहर की आशापुरा नगर, जंगीवाड़ा, आदर्श नगर, शेखावत नगर, महावीर नगर, नेहरू नगर, सुंदर नगर, हैदर कालोनी, मरुधर नगर, रूणेचा कालोनी, रामदेव रोड, गुरलाई मार्ग, नया गांव, पठान कालोनी पहले से ही एक सप्ताह से तेज बरसात से जलजमाव की स्थिति थी। इन बस्तियों समेत कई अन्य बस्तियों में पानी दो से तीन फीट तक जमा हो गया। इससे हालात विकट हो गए।
मां-बेटे का सुराग नहीं, आज नहीं मिले तो लौटेगी एनडीआरएफ की टीम : सेंदलानदी में मंगलवार की शाम को बहे मां-बेटे को तलाशने का अभियान गुरुवार को जारी थी। 48 घंटे बाद भी उनका पता नहीं लग पाया है। शनिवार को फिर रेस्क्यू होगा। इसके बाद भी शव नहीं मिला तो एनडीआरएफ की टीम वापस लौट जाएगी।
पाली. शहर में मूसलाधार बारिश के बाद अंबेडकर सर्किल के पास भरा घुटनों तक पानी। इसे पार करते वाहन चालक। फोटो| गौरवशर्मा
वर्ष 1963 में खोले थे एक साथ 11 गेट, जवाई नदी पुल के ऊपर 7 फीट पानी, सुमेरपुर के कई स्थानों पर पानी भरा
जवाईके कैचमेंट एरिया में भारी बारिश होने से बांध में तीव्र गति से पानी की आवक हो रही है। इस कारण से जवाई के 13 में से 9 गेट 10-10 फीट खोल दिए गए हैं। 54 साल बाद ये पहला मौका है कि जवाई बांध के 11 गेट एक साथ खाेले गए है। इससे पहले वर्ष 1963 में भारी बारिश के चलते खोले गए थे। वहीं रोहट में भी रात को तेज बारिश हुई। इस कारण से यहां पर भी नदी-नाले एक बार फिर तेजी से चलने लगे हैं। जवाई के पानी से सुमेरपुर की कई बस्तियों में भी जा रहा है। इससे सड़के पानी से लबालब हो गई है।
सीएम आज करेगी हवाई सर्वेक्षण, केंद्रीय राज्यमंत्री भी पहुंचेंगे
मुख्यमंत्रीवसुंधराराजे शनिवार को पाली में हवाई सर्वेक्षण करेगी। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री पीपी चौधरी भी पाली रहे हैं। हालांकि उनके समर्थक जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा होने के बाद से ही राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हुए थे। एसपी दीपक भार्गव के अनुसार मुख्यमंत्री वसुंधराराजे के शनिवार को पाली, जालोर तथा सिरोही आगमन को देखते हुए सोजत हवाईपट्टी पर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि सीएम वसुंधरा राजे पाली, जालोर सिरोही के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई निरीक्षण के दौरान सोजत हवाई पट्टी पर उतर सकती है। उसको लेकर प्रशासन ने सोजत हवाई पट्टी पर सुरक्षा को लेकर व्यवस्थाएं भी कर दी है।
प्रशासन ने शनिवार रात को शहर में हो रही भारी बरसात को देखते हुए सेना तथा एनडीआरएफ समेत अन्य सुरक्षा बलों की बटालियन को पाली बुलाया है। देर रात को यह जवान पाली पहुंच गए है। इन सुरक्षाकर्मियों को अलग-अलग टास्क देकर आपदा प्रबंधन के कार्य में भेजा जा रहा है। एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि सेना के साथ ही एनडीआरएफ, एसटीआरएफ, आरएसी तथा जोधपुर से अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया है।
बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की तैयारी
जिलाप्रशासन ने शहर में बाढ़ के हालात को देखते हुए भीतरी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की तैयारी की है। इसके लिए पटेल छात्रावास, गोकूलवाड़ी, सरस्वती स्कूल, रावणा राजपूत समाज भवन, खटीक समाज रामदेव मंदिर समेत अन्य स्थानों को चिन्हित कर बिस्तर एवं जलपान की व्यवस्था भामाशाहों के सहयोग से की जा रही है। ताकि आपदा के समय पर इन लोगों को उक्त स्थानों पर स्थानातंरित किया जा सके।
{शहर की अंदरूनी बस्तियों में कमर तक पानी भरने से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारियां, भामाशाहों के सहयोग से मदद पहुंचाने की तैयारी
{शाम 4 बजे शुरू हुई बरसात, कुछ देर रूकने के बाद रात 10 बजे से लगातार भारी बरसात से चारों तरफ पानी ही पानी, कई बस्तियां जलमग्न
{मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित, सेना को आपदा प्रबंधन के लिए बुलाया, देर रात पाली पहुंची एनडीआरएफ, एसटीआरएफ, आरएसी की टुकडी़, जोधपुर से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी पहुंचा