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रोडवेज बसाें में निशुल्क यात्रा करने उमड़ी महिलाएं

रक्षाबंधन पर सोमवार को रोडवेज बसों में महिलाओं और युवतियां को निशुल्क यात्रा के चलते उनकी भारी भीड़ उमड़ी। इस कारण रोडवेज प्रबंधन को बसों के फैरे बढ़ाने पड़े। बस स्टैंड पर निशुल्क टिकट के लिए खिड़की पर महिलाएं की कतारें नजर आईं। हालात ये थे कि बस की सीटों पर महिलाओं और युवतियों के काबिज रहने से टिकट खरीदने वाले पुरुष यात्रियों को मजबूरी में बस में खड़े-खड़े बसों की छतों में बैठकर यात्रा करनी पड़ी। रोडवेज की बसों में ज्यादा भीड़ होने की वजह से कई महिलाओं पुरुषों ने निजी बसों में भी सफर किया।

महिलाओंने धार्मिक यात्रा भी की

रक्षाबंधनपर कई बुजुर्ग महिलाओं ने रामदेवरा, पुष्कर, अजमेर जैसे तीर्थ स्थलों की धार्मिक यात्रा करना पसंद किया। इन रूट पर जाने वाली बसों में बुजुर्ग महिलाएं उमड़ पड़ीं। एक दूसरे का हाथ थामे महिलाएं बस में चढ़ कर रामसा पीर की जय, तीर्थ राज पुष्कर की जय जैसे उद्‌घोष और भजन गाते जा रही थीं।

देररात तक डिपो पर रही महिलाओं की भीड़

निशुल्कयात्रा का महिलाओं ने पूरा फायदा उठाया। एक दिन पूर्व मध्य रात्रि से शुरू हुई निशुल्क यात्रा का दौरान सोमवार देर रात तक जारी रहा। रोडवेज चीफ मैनेजर स्वाति मेहता ने बताया कि एक दिन में 8 हजार से अधिक महिलाओं ने निशुल्क यात्रा की है। इसके लिए पाली से जोधपुर, सिरोही, ब्यावर सोजत की बसों के कुल 9 अतिरिक्त फेरे बढ़ाए गए थे।

खिड़की से घुस कर रोकी सीटें

महिलाओंमें निशुल्क यात्रा करने के लिए मची होड़ के कारण सीट रोकने के लिए कई महिलाएं नियम विरुद्ध खिड़की से अंदर घुस गईं। अपने बच्चों को भी खिड़की से चढ़ाने के लिए उतावली दिखीं।

अजमेर-जोधपुररूट पर सर्वाधिक भीड़

रोडवेजप्रबंधन के अनुसार सुबह 4 बजे महिलाएं एकत्रित हो गईं। इनमें ब्यावर-पुष्कर, अजमेर, पाली-जोधपुर, पाली-सोजत सिरोही के लिए जाने वाली सभी बसें खचाखच भर गईं। इन रूट पर संचालित नियमित बसों में पहले महिलाओं को प्राथमिकता से स्थान दिया गया।

रोडवेज स्मार्ट कार्ड शिविर 12 को

सोजत | वरिष्ठनागरिक समिति सोजत के तत्वावधान में 12 अगस्त शनिवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक स्थानीय बस स्टैंड पर 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के स्मार्ट कार्ड बनाने का कैम्प आयोजित किया जायेगा। समिति के सुरेश आेझा हीरालाल आर्य ने बताया कि इच्छुक लोग अपने साथ फोटो, आधार कार्ड, वोटर आईडी की प्रति साथ लेकर आए।

ग्रहण के कारण राखी बांधने के लिए मिलेंगे 2 घंटे 48 मिनट

रक्षाबंधनका त्योहार सोमवार को मनाया जाएगा। 12 साल बाद इस बार रक्षा बंधन पर चंद्रग्रहण लग रहा है। चन्द्र ग्रहण के साथ भद्रा का भी साया रहेगा, जिसके चलते राखी बांधने के लिए के केवल 2 घंटे 48 मिनट तक का ही समय मिलेगा। सोमनाथ मंदिर पुजारी महेंद्र रावल तथा पंडित अश्विन दवे के अनुसार ग्रहण और भद्रा के समय को ध्यान में रखते हुए राखी के लिए बहुत कम समय मिल रहा है। ज्योतिषि गणना के अनुसार रक्षाबंधन पर सोमवार को ग्रहण रात्रि 10.53 बजे से शुरु होगा जो रात्रि में 12.48 बजे समाप्त होगा। ग्रहण का सूतक काल दोपहर 1.53 मिनट से शुरु हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार सूतक तथा भद्राकाल में राखी नहीं बांधी जाती। दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर सूतक लग जाएगा और भद्रा काल सुबह 11 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। जिसके चलते सुबह 11 बजकर 05 से दोपहर के 1 बजकर 53 मिनट के बीच रक्षाबंधन के लिए सही समय माना गया है।

भद्राकालमें क्यों नहीं बांधते है राखी, भगवान शिव और रावण से जुड़ा है रहस्य : दरअसलभद्रा और सूतक होने के दौरान को भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि रावण की बहन सूर्पणखा ने अपने भाई रावण को भद्रा काल के लगने के दौरान ही राखी बांधी थी, जिसके कारण रावण का सर्वनाश हुआ था। यही वजह है कि लोग भद्रा के समय राखी नहीं बांधते हैं। इसी तरह एक दूसरी मान्यता है कि भद्रा काल के दौरान भगवान शिव तांडव करते हैं जिसकी वजह से वे काफी गुस्से में होते हैं। इस दौरान महादेव के क्रोध होने के कारण कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।

सावनका अंतिम सोमवार आज, शिवालय में उमडेंगे श्रद्धालु

सावनके अंतिम सोमवार पर शिवालयों में भीड़ उमड़ेगी। अलसुबह से श्रद्धालुओं की कतारें लगान शुरू हो जाएगी। भोलेनाथ को अभिषेक कर कर मनोकामनाएं मांगी जाएगी। लोग व्रत रखेंगे और मंदिर में जा दर्शन करेंगे।

कई मंदिरों के पट चंद्रग्रहण के बाद दिन में डेढ़ बजे बाद बंद कर दिए जाएंगे।

चीनी वस्तुओं का करें बहिष्कार : आेझा

चीनी वस्तुओं का करें बहिष्कार : आेझा

सोजत

चीनके दोगलेपन को देखते हुए हमें चीन से निर्मित वस्तुओं के उपयोग पर रोक लगानी होगी। क्योंकि चीन भारत के लिए कभी भी भरोसेमंद नहीं हो सकता, इसके अलावा चीन पूरी दुनिया को एक बाजार की तरह देखता हैं और उसकी आकांक्षाएं बहुत बड़ी हैं इसलिए हमें उस देश में बनी वस्तुओं के उपयोग को देश में रोकना होगा। यह बात स्वदेशी जागरण प्रभारी सुरेश आेझा ने शनिवार को शहर के बालिका हाई स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।

चंडावल गांव में विवाहिता ने फांसी लगा आत्महत्या की

सोजतथाना क्षेत्र में चंडावल गांव में शुक्रवार देर रात एक विवाहिता ने मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में फांसी लगा आत्महत्या की, जिसका शव ओढ़नी से बनाए फंदे पर लटकता मिला। शनिवार सुबह सूचना पाकर मृतका के पीहर पक्ष के लोग भी चंडावल पहुंचे, जिन्होंने विवाहिता की मौत पर संदेह जताया। मृतका के ससुराल पक्ष के लोगों का कहना था कि विवाहिता का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था, जिसके चलते उसने आत्महत्या की। पुलिस ने दोनों पक्षों में समझाइश के बाद पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।

पुलिस के अनुसार चंडावल गांव में अभयसिंह राजपूत की शादी करीब दस साल पहले भीलवाड़ा जिले में बदनोर थाना क्षेत्र में पिपलिया का बाडिय़ा निवासी विमला कंवर (30) से हुई थी। बताया जाता है कि पिछले कुछ समय से विमला कंवर का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। शुक्रवार रात करीब 10 बजे विमला कंवर में मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में ओढ़ने से फंदा बना पंखे के हुक से लटक गई। कमरे में शव लटकता देख मृतका के पति ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। सूचना पाकर सोजत के कार्यवाहक एसएचओ अशोकसिंह चारण पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे।

औरकमरा सील कर मृतका के पीहर पक्ष को सूचना देकर बुलाया। शनिवार सुबह पीहर ससुराल पक्ष की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।

दोनों मासूम बच्चों को बिलखता देख माहौल गमगीन हुआ

मृतका विमला कंवर के दो बच्चे है। बड़ा लड़का अर्जुन है, जिसकी उम्र 7 साल है। छोटी बच्ची अंजू कंवर है, जिसकी उम्र 3 साल है। शनिवार शाम को मृतका की अर्थी घर से निकली तो दोनों मासूम बच्चों को बिलखता परिजनों को विलाप करता देख वहां माहौल और ज्यादा गमगीन हो गया।