मोहरा कलां में बालाजी व शिव मंदिर का पाटोत्सव कलशयात्रा के साथ हुआ शुरू

मोहरा कलां में बालाजी व शिव मंदिर का पाटोत्सव कलशयात्रा के साथ हुआ शुरू

बालाजी व शिव मंदिर का पाटोत्सव हुआ शुरू | सोजत

समीपवर्ती मोहरा कलां ग्राम स्थित श्री इच्छाधारी बालाजी मंदिर स्थित शिव मंदिर व बालाजी मंदिर पाटोत्सव धार्मिक महोत्सव का आगाज सोमवार अलसुबह कलशयात्रा से हुआ। मुख्य अतिथि राघवाचार्य महाराज के सान्निध्य में मोहरा कलां गांव स्थित बालाजी मंदिर से कलशयात्रा गाजे-बाजे के साथ शुरू होकर इच्छाधारी बालाजी मंदिर में पहुंची। कलशयात्रा में परंपरागत परिधानों में सिर पर कलश धारण किए बालिकाओं एवं महिलाएं सहित देव झांकियां आकर्षण का केंद्र रही, कलशयात्रा का ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। 3 दिवसीय पाटोत्सव महोत्सव के तहत बालाजी व शिव मंदिर में सोमवार सवेरे से अखंड ज्योत सहित विधिविधान पूर्वक वैदिक मंत्रोंऋचाओं,धार्मिक प्रवचन सहित भक्ति रस की सरिता बहने लगी है, बालाजी मंदिर व शिव मंदिर के पाटोत्सव में कथा व्यास जया किशोरी ने धार्मिक कथा आयोजन नानी बाई के मायरो कथा का शुभारंभ गणपति वंदना व गुरु वंदना से कथा का शुभारंभ किया। धार्मिक महोत्सव के आयोजक श्री सीताराम एवं इच्छाधारी बालाजी सेवा समिति द्वारा शिव मंदिर के चतुर्थ एवं इच्छाधारी बालाजी के 5वें पाटोत्सव के मोहरा कलां आश्रम के महंत सुरेंद्रदास महाराज ने बताया कि शिव मंदिर व बालाजी मंदिर पाटोत्सव धार्मिक महोत्सव में मंगलवार को सुबह 9 बजे से शिव मंदिर के चतुर्थ पाटोत्सव एवं हवन के साथ ध्वजा.कलश पूजन, हवन, बालाजी अभिषेक, पूजन व पूर्णाहुति के कार्यक्रम आयोजित होंगे|वहीं बुधवार को सुबह 7:15 बजे से दोपहर 12 बजे तक बालाजी मंदिर के 5वें पाटोत्सव एवं हवन के साथ ध्वजा, कलश, पूजन, हवन, बालाजी अभिषेक, पूजन व पूर्णाहुति के कार्यक्रम आयोजित होगा।

कथा श्रवण आत्म कल्याण की चाबी है: जया किशोरी : कथा व्यास व भजन गायिका जया किशोरी ने कथा नानी बाई के मायरा कथा का शुभारंभ गुरु वंदना एवं संतों के बधावणा भजन के साथ किया।

कथा वाचक जया किशोरी ने कहा कि भगवान भक्तों के अधीन होते हैं। उन्होंने भक्त व भगवान के अटूट रिश्ते को समझाते हुए भक्त नृसिंह भगवान की बाल लीला से लेकर उनके भक्ति चरित्र के दृष्टांत देते हुए सरल भाषा में समझाते हुए श्रद्धालुओं का भाव-विभोर कर दिया। जया किशोरी ने कहा की कथा श्रवण आत्म कल्याण की चाबी है। इसके श्रवण से मन व हृदय गंगाजल की तरह पवित्र हो जाता है, जिससे भगवान की प्राप्ति होती है।

कल होगा कवि सम्मेलन 

मोहरा कलां इच्छाधारी बालाजी मंदिर के पाटोत्सव कार्यक्रम के तहत बुधवार शाम 8 बजे से कवि सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें हास्य रस के कवि बद्रीसंत, दिनेश देशी घी,सोहनदान चारण,राजकुमार बादल,दीपक पारीक कविताएं प्रस्तुत करेंगे।

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