सोशल मीडिया पर भारत बंद का आह्वान, कोई संगठन आगे नहीं आया, आज पुलिस अलर्ट, बड़े शहर-कस्बों में जाब्ता तैनात
अफवाह को लेकर सोशल मीडिया पर पुलिस की कड़ी नजर
10 अप्रैल को कथित तौर पर भारत बंद की अफवाह को लेकर पुलिस मुख्यालय के आदेश पर जिले में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। आरएसी की चार व एसटीएफ की एक कंपनी जैतारण में तैनात है, वहीं सीमा सुरक्षा बल की एक कंपनी व आरएसी की दो कंपनी सोजत में रिजर्व रखी गई है। इसके अलावा आरएसी की चार और कंपनियां बुलाई गई है, जबकि पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता भी तैयार रखा गया है। प्रत्येक थाना स्तर पर सोशल मीडिया संदेशों की मॉनीटरिंग की जा रही है।
वाट्स एप पर धार्मिक उन्माद फैलाने के मैसेज पोस्ट करने के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
जैतारण में 31 मार्च को हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान पथराव व उपद्रव की घटना के बाद पाली पुलिस की साइबर सेल सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है। सोमवार को पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने वाले मैसेज वायरल करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है इनमें निमाज निवासी रामदयाल कुमावत व दीपावास निवासी जीवन गोस्वामी को गिरफ्तार कर उनके द्वारा अब तक डाले गए मैसेज व पोस्ट की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि निमाज में वाट्स एप ग्रुप जय माताजी पर दोनों आरोपियों ने जैतारण की घटना को लेकर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले मैसेज पोस्ट किए थे उस ग्रुप के एडमिन व सभी सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट व मैसेज की भी जांच की जा रही है। जैतारण थाना प्रभारी भंवरलाल पटेल ने बताया कि निमाज इलाके में आरोपियों ने ग्रुप जय माताजी के नाम से वाट्स एप ग्रुप में 31 मार्च को जैतारण में हुए उपद्रव को लेकर भ्रामक जानकारी के साथ धार्मिक उन्माद फैलाने वाले मैसेज किए गए। सोमवार को इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
बिना तथ्यों के मैसेज किए तो होगी कार्रवाई-एसपी किसी भी संगठन या व्यक्ति द्वारा जबरन प्रतिष्ठानों को बंद करने की कोशिश की जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी यदि किसी को भी इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना का कोई मैसेज प्राप्त होता है तो उसे दूसरों को बिना प्रामाणिकता की जांच किए फारवर्ड करने की बजाय पुलिस व प्रशासन के साथ शेयर करें, ताकि उसकी सत्यता अथवा प्रामाणिकता की जांच की जा सके आपत्तिजनक, गलत एवं भड़काऊ मैसेज करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया के आपत्तिजनक संदेश को बनाने वाले व्यक्ति के साथ-साथ किसी को भेजने वाला व्यक्ति भी दोषी होता है, इसलिए आमजन गलत व भड़काऊ संदेश को भेजने से बचे|