बिना जूतों के तपती सड़क पर स्कूल जाते हैं छात्र

बिना जूतों के तपती सड़क पर स्कूल जाते हैं छात्र

फिर बढ़ा दिन का तापमान, अभिभावकों ने की स्कूलों का समय 12 बजे तक करने की मांग

राज्यसरकार ने एक तरफ स्कूली छात्रों के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला रखी है तथा भामाशाह भी इनके सहयोग के लिए आगे आते हैं। मगर गुरुवार को 42.2 डिग्री के तापमान में तपती सड़क पर स्कूल जाते छात्रों की एक तस्वीर ने इसकी पोल खोल दी है। भील बस्ती के कई छात्र गांव से एक किलोमीटर दूर लाम्पी में बिना जूतों के तपती सड़क पर एक किलोमीटर स्कूल जाते हैं तथा वापस आते हैं। स्कूल सवेरे 8 बजे से दोपहर 2.10 बजे तक चलती है। बिना जूतों के स्कूल जाने वाले छात्रों से पूछा तो बताया कि वह हमेशा से ही ऐसे ही स्कूल जाते हैं। ऐसे में स्कूल में कार्यरत शिक्षकों पर भी निशान लगते हैं कि इनका ध्यान इन छात्रों पर नहीं गया।

इस माह के अंत में कम होगी गर्मी

मौसमविभाग ने कहा है कि महीने के आखिरी दिनों में लू का प्रकोप धीरे-धीरे कम हो सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पाली जिले में अभी लू जैसे हालात है। यह मई माह के आखिरी माह में धीरे-धीरे कम होने की संभावना है।

पिछले दो दिनों का पारा

19अप्रैल 26.041.2

20अप्रैल 26.042.2

तापमान डिग्री सेल्सियस

आज ही जूते उपलब्ध कराएंगे

^लाम्पीगांव में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्ययन करने वाले आदिवासी बच्चों की सूची तैयार कर उन्हें शुक्रवार को ही भामाशाहों के सहयोग से जूते उपलब्ध कराए जाएंगे। -मंगलारामनायक, बीईईओ,देसूरी

देसूरी. भीलों की बस्ती से एक किलोमीटर दूर पढ़ने के लिए लाम्पी गांव बिना जूतों के तपती सड़क पर पैदल स्कूल जाते हैं छात्र।

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