सोजत | आतंक के खिलाफ स्वप्रेरित बंद, गम और गुस्सा
सोजत/जैतारण/भाटूंद. कश्मीर के पुलमावा में जवानों की शहादत से शनिवार को हर शख्स की आंखों में गुस्सा
कश्मीर के पुलमावा में जवानों की शहादत से शनिवार को हर शख्स की आंखों में गुस्सा और गम देखा गया। शहीदों के सम्मान में स्वैच्छिक रूप से बाजार बंद रहे। यहां तक की चाय की थड़ियों वालों ने भी अपने कारोबार को बंद रखकर शहादत को नमन किया। अब तक बंद का आह्वान करने वाले संगठनों को सवेरे बाजार में घूमकर दुकानें बंद करवानी पड़ती थी, फिर भी पूरा बाजार बंद नहीं होता था, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब दुकानदारों ने बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। दिनभर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी तथा प्रदर्शन चलता रहा।
जिलेवासी बोले-खून खौल रहा, बदला चाहिए
पुलवामा हमले में शहीदों के खिलाफ लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। कई लोगों ने कहा कि आतंकी हमले से उनका खूल खोल रहा है। उन्हें बदला चाहिए। जिले में लोग सड़कों पर उतर आए व पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर उसके झंडे जलाए।