सोजत रोड | चार वर्ष पूर्व परिवार से बिछड़ी सरोज सोजत रोड पहुंची, एएसआई ने मिलाया परिजनों से .
चार वर्ष पूर्व अपनों से बिछड़ी सरोज मिली अपने परिवार से …
सोजत रोड | चार वर्ष पूर्व अचानक अस्पताल से लापता हुई हरियाणा की महिला सरोज भटकते हुए सोजत रोड कस्बे में पहुंच गई। इस दौरान सोजत रोड पुलिस थाने के महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी एएसआई नंदकिशोर वैष्णव इस मार्ग से गुजर रहे थे। उन्होंने इतनी भीषण गर्मी के बीच कम्बल आेढ़े लेटी महिला को देखकर उसको उठाया तथा खाना खिलाया व चिकित्सालय में उपचार भी कराया। महिला का नाम पूछने पर उसने हरियाणवी भाषा में अपना,परिवार व गांव का नाम बताया। हरियाणवी भाषा जानने वाले कांस्टेबल सुनिल यादव ने महिला से बातचीत कर उससे पूरी जानकारी ली। महिला ने अपना नाम सरोज,पति का नाम विनोद धाणक, पिता, भाई, बच्चे आदि के नाम बताते हुए अपना गांव,ससुराल सहित पूरी जानकारी दी। महिला ने बताया कि वो एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती थी। वहां से निकल कर वो यहां तक कैसे पहुंची उसकी उसे कोई जानकारी नहीं है।
हिसार में गुमशुदगी की दर्ज थी रिपोर्ट :-
महिला के बताए अनुसार ग्राम डाटा मसूदपुर पुलिस थाना सदर जिला हिसार से महिला की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी मिलने पर संबंधित बीट प्रभारी से बात कर महिला के सोजत रोड में होने की जानकारी से अवगत करवाया। बीट प्रभारी महिला के बताए गांव पहुंचे। यहां महिला के भाई सुरेंद्र द्वारा सरोज की पहचान अपनी बहन के रूप में की गई। अपनी बहन के सुरक्षित मिलने पर भाई की आंखें खुशी से छलक आई। सुरेंद्र ने बताया कि तीनों भाइयों की यह इकलौती बहन है। जिसके तीन बच्चे भी है। आज से करीब चार वर्ष पूर्व अचानक मानसिक रूप से बीमार होने पर पति व भाइयों ने रोहतक के पीजीआई अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया था। जहां से कुछ दिनों बाद सरोज अचानक अस्पताल से लापता हो गई। महिला के लापता होने पर परिवार वालों ने पुलिस थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवाई व काफी खोजबीन भी की। लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिलने पर अपनी बहन के मिलने की लगभग उम्मीद खो चुके थे। अचानक बहिन के मिलने से परिवार में खुशियां लौट आई। सभी जानकारी सही पाए जाने पर सरोज के भाई के परिचित के साथ महिला को किराए सहित रास्ते में खाने पीने के लिए कुछ रुपए देकर रेल में बैठा कर रेवाड़ी हरियाणा के लिए विदा किया। सोमवार को सरोज अपनों के बीच पहुंचकर खूब खुश हुई।
नहीं पता कैसे पहुंची सोजतरोड…