स्वाइन फ्लू से मौतों के मामले में तीसरें स्थान पर पाली, पांच दिन में 1500 मरीजों को दी टेमीफ्लू की खुराक

स्वाइन फ्लू से मौतों के मामले में तीसरें स्थान पर पाली, पांच दिन में 1500 मरीजों को दी टेमीफ्लू की खुराक

जिले में तेजी से फैल रहे स्वाइन फ्लू के बाद अलर्ट हुआ चिकित्सा विभाग सोजत और पाली शहर में अब तक 1 लाख लोगों की स्क्रीनिंग करने और करीब 1500 मरीजों को टेमीफ्लू खिलाने का दावा कर रहा है। जबकि हकीकत यह है कि जिले में पिछले 52 दिनों में 25 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई और 6 की मौत हो चुकी है। चिकित्सा विभाग की ओर से प्रतिदिन जारी होने वाली रिपोर्ट को देखे तो पॉजिटीव केस में पाली प्रदेश में 5वें स्थान पर है, वहीं मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर है। सोजत व पाली शहर में सर्वे शुरू होने के बाद अब विभाग की ओर से पूरे जिले में सर्वे कराया जाएगा। विभाग की माने तो प्रत्येक ब्लाक पर स्वाइन फ्लू को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे कर संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी।

इधर, विभाग का स्कूल व कॉलेज प्रबंधन को निर्देश, बच्चों को करें जागरूक

इधर, इन हालातों से निपटने और लोगों को जागरूक करने के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से एक और आदेश जारी किया गया है। इस आदेशों के तहत जिले के सभी स्कूलों और कॉलेज प्रबंधन को निर्देशित किया गया है कि बच्चों को प्रार्थना सभा व क्लास में इस बीमारी के बारे में बताए ताकि वे इसके लिए जागरूक हो और इस बीमारी से बचाव भी कर सके।

अब सभी उपखंडों पर सर्वे-स्क्रीनिंग : जिले में बिगड़ते हालात पर कंट्रोल के लिए अब जिले के प्रत्येक उपखंड स्तर पर सर्वे शुरू किया

शहर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए सरकारी स्कूलों में बच्चों को मास्क लगाकर पढाई करवाई जा रही है।

हाउसिंग बोर्ड सरकारी स्कूल में मास्क लगाकर पढते विद्यार्थी।

15 टीमों ने सोजत और पाली में की एक लाख लोगों की स्क्रीनिंग

चिकित्सा विभाग की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि जिले में सोजत और पाली शहर में इस सर्वे को शुरू किया गया। इसके लिए बनाई 15 टीमों ने सोजत शहर में जहां 40 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की। पाली शहर में 60 हजार से अधिक लोगों का स्क्रीनिंग करने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा जिले के रास, वोपारी, बामनियावास, बगड़ी नगर, धनला, बर और रोहट समेत पूर्व में जहां मरीज मिले थे। सर्वे करवाया गया।

52 दिनों में 212 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए, 1500 को टेमीफ्लू की खुराक

चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 1 जनवरी से लेकर 22 फरवरी तक यानि 52 दिनों में 212 सैंपल चिकित्सा विभाग ने मेडिकल कॉलेज में भेजे हैं। वहीं डोर-टू-डोर सर्वे और अस्पताल में पहुंचे। मरीजों के अनुसार इतने ही दिनों में करीब 1500 मरीजों और फ्लू के संदिग्ध मरीजों को टेमीफ्लू खिलाई गई है।

बांगड़ अस्पताल में आने वाले मरीज और संदिग्ध 760 मरीजों को दी दवा

हाल ही में प्रदेश की टीम की ओर से हुए निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने संदिग्ध मरीजों को भी दवा देकर उनकी जांच के आदेश दिए गए थे। इसके बाद से लगभग एक महीने में बांगड़ अस्पताल में पहुंचे मरीज और फ्लू के संदिग्ध 760 से अधिक मरीजों को भी टेमीफ्लू दवा खिलाई गई।

पाली और सोजत शहर के बाद पूरे जिले में भी इस सर्वे को करवाने के लिए संबंधित बीसीएमओ को निर्देशित किया है। वहीं अधिकारियों को हिदायत भी दी है कि इसमें कोई लापरवाही न बरते नहीं तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. विकास मारवाल, डिप्टी सीएमएचओ, पाली

आंकड़ों में स्वाइन फ्लू की यह है हकीकत

जयपुर : पॉजिटीव: 658, मौतें: 29

जोधपुर : पॉजिटीव: 85, मौतें: 17

अलवर : पॉजिटीव: 36, मौतें: 5

अजमेर : पॉजिटीव: 28, मौतें: 6

पाली : पॉजिटीव: 25, मौतें: 6

आंकड़ों के अनुसार पॉजिटीव केस में 5 वें और मौतों के मामले में तीसरे स्थान पर

यह आंकड़े चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार बुधवार तक पाली में 25 लोगों को 1 जनवरी से लेकर 21 फरवरी तक स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी और 6 की मौत।

स्वाइन फ्लू स्क्रीनिंग का पाली पैटर्न प्रदेश में लागू, इसी तर्ज पर होगा सर्वे

जिले में स्वाइन फ्लू की स्क्रीनिंग के लिए चिकित्सा अधिकारी के साथ एक टीम बनाई है। इसमें नर्सिंग स्टाफ, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी के अलावा एएनएम व जीएनएम स्टूडेंट को भी शामिल किया गया है। गुरुवार को प्रदेश में अलर्ट होने के बाद इसी पैटर्न के आधार पर सभी चिकित्सा अधिकारियों को सर्वे करने के लिए निर्देशित किया है।

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