एक माह से सोजत में फिर बंदरों का उत्पात, नागरिकों ने भूख हड़ताल की दी चेतावनी

एक माह से सोजत में फिर बंदरों का उत्पात, नागरिकों ने भूख हड़ताल की दी चेतावनी

 
शहर में करीब एक माह पूर्व यहां उत्पात मचा रहे बंदरों को पकड़ने के लिए आई टीम के वापस खाली हाथ लौटने के बाद बंदरों का उत्पात एक बार फिर शुरू हो गया है। यहां आए दिन बंदर शहर के मोहल्लों में जाकर घरों में प्रवेश कर खाने-पीने की वस्तुओं को उठा ले जाते हैं। इतना ही नहीं वे बंद फ्रिज को खोल कर उसमें सारी चीजे तहस-नहस कर भाग जाते हैं। एक साथ चार-पांच बंदरों के हमला करने पर लोग उनका सामना भी नहीं कर पाते हैं। इन उत्पाती बंदरों के कारण एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। पिछले दिनों जब लोगों ने इन बंदरों को पकड़ने के खिलाफ आवाज उठाई तो प्रशासन ने एक बार इनको पकड़ने वाली टीम बुलाई जरूर, लेकिन उसने करीब तीन दिन तक बंदरों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन एक भी बंदर उनकी पकड़ में नहीं आया।

नगर पालिका बैठक में भी मचा था बवाल, टेंडर भी हुए जारी : पिछले दिनों जब नगर पालिका बोर्ड की बैठक हुई तो उसमें शहर के सेवगों का बास, भंडारियों का बास, कोट का मोहल्ला के नागरिकों ने पालिका की साधारण सभा में इन बंदरों को पकड़ने के लिए नगर पालिका को घेरा था। इसके बाद जब पालिका पर दबाव पड़ा तो उन्होंने टेंडर जारी कर बंदरों को पकड़ने वाली टीम को बुलाया। टीम ने तीन दिन तक बंदरों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे हमेशा उन्हें छका कर भाग जाते। बाद में टीम ने आश्वासन दिया कि वे एक सप्ताह भर बाद में वापस आएंगे, लेकिन टीम आज तक वापस नहीं आई और बंदरों के उत्पात से आए दिन लोग परेशान हो रहे हैं।

मामला ध्यान में है और लगातार प्रयास हो रहा है कि बंदरों को पकड़ने वाली टीम वापस सोजत आए। इसके लिए उच्चाधिकारियों के ध्यान में मामला लाकर जल्दी ही टीम को बुलाया जाएगा। नागरिकों के सुरक्षित जीवन को लेकर प्रशासन गंभीर है। -मुकेश चौधरी, एसडीएम, सोजत

उत्पाती बंदरों के कारण शहर में एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं

खानापूर्ति कर रहा है प्रशासन, एसडीएम कार्यालय के बाहर देंगे धरना

इस बारे में जब लोगों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर उत्पाती बंदरों को पकड़ने की मांग की तब प्रशासन ने सुमेरपुर में किसी संपर्क के जरिए बंदरों को पकड़ने वाली टीम को बुलाया था, लेकिन इस टीम को गए हुए करीब एक माह का समय हो गया है। लोगों ने फिर इस समस्या को प्रशासन के सामने उठाया। लेकिन कोई भी अधिकारी इसमें गंभीरता नहीं दिखा रहा। स्थानीय निवासी जगदीशप्रकाश कश्यप ने कहा कि प्रशासन को तीन दिन का नागरिकों ने अल्टीमेटम दिया है। अगर टीम वापस नहीं आई तो एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना व प्रदर्शन कर भूख हड़ताल की जाएगी।

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