अब सोजत की मेहंदी और भी ‘राचनी’, उत्पादन शुल्क हुआ माफ
राजस्थान की फेमस सौजत की मेहंदी और इसके उत्पादन से जुड़े किसान और कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर शुद्ध प्राकृतिक मेंहदी पाउडर पर बकाया उत्पाद शुल्क को माफ कर दिया है. इससे प्रदेश के मेंहदी व्यापरियों तथा इससे जुड़े उद्योग कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है.
केन्द्रीय विधि और न्याय तथा इलेक्ट्रोनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पाली सांसद पीपी चौधरी की ओर से इस दिशा में खास प्रयास किया गया था. कृषि आधारित इस महत्वपूर्ण मेंहदी व्यवसाय को जिंदा रखने के लिए केन्द्रीय वित्त मंत्री से मिले थे और इससे प्रदेश के मेहंदी उत्पादक किसानों के सामने खड़े हुए संकट को दूर करने में सफलता मिली है.
केन्द्रीय उत्पाद विभाग द्वारा केन्द्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम, 1944 की धारा 3 के अन्तर्गत 2007 से 2013 की अवधि में शुद्ध प्राकृतिक मेंहदी पाउण्डर पर बकाया उत्पाद शुल्क मांग की गई थी, जिससे पाली के सोजत क्षेत्र के मेंहदी व्यापारियों पर करोड़ों रुपये का कर निर्धारण हुआ था. इससे इस क्षेत्र का एक मात्र मेंहदी व्यवसाय संकट में आ गया था.
केन्द्रीय राज्य मंत्री चौधरी के अनुरोध पर केन्द्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचना जारी कर मेंहदी व्यापारियों के बकाया उत्पाद शुल्क को माफ कर दिया गया है. मेहंदी व्यापार संघ समिति, सोजत के अध्यक्ष मोहन लाल टाक, उपाध्यक्ष सच्चानन्द हिरानी तथा सचिव विनोद लोढ़ा ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री चौधरी का आभार व्यक्त किया है