20 गांवों में कंठी लूट-चोरी करने वाली गैंग के 4 बदमाश गिरफ्तार
आरोपियों पर कुल 60 से 70 आपराधिक वारदात करने के मामले अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज है।
पुलिस ने जिले भर में लूट, चोरी तथा नकबजनी करने वाली नामचीन अतंरराज्यीय गैंग का राज खोलने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी शातिर व हार्डकोर अपराधी हैं। यह आरोपी घरों में सोती हुई महिलाओं के जेवर लूटकर फरार हो जाते थे। इस गैंग के पूरे प्रदेश में सक्रिय अन्य गैंग के सदस्यों से भी गहरा नाता है। आरोपियों ने जिले के 9 थाना क्षेत्रों में 20 तथा पूरे प्रदेश में 30 वारदात कबूल कर ली है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग ने मारवाड़, गोडवाड़ तथा मेवाड़ इलाके में अनगिनत वारदात को अंजाम दिया है। सभी आरोपियों पर कुल 60 से 70 आपराधिक वारदात करने के मामले अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज है।
एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि जिले में बढ़ती लूट, चोरी तथा नकबजनी की वारदात को देखते हुए एएसपी ज्योतिस्वरूप शर्मा के निर्देशन में सिरियारी थाना प्रभारी रामनिवास विश्नोई, रोहट प्रभारी अरविंद कुमार, सदर प्रभारी सुरेश चौधरी तथा साइबर सेल के पदमाराम की अगुवाई में विशेष पुलिस दल का गठन किया था। दो दिन पहले रोहट थाना प्रभारी अरविंद कुमार गश्त पर थे। इस दौरान ओम बन्ना थान पर कुछ युवकों की गतिविधियां संदिग्ध होने पर उनको हिरासत में लेकर सघनता से पूछताछ की तो वे अंतरराज्यीय लूट, चोरी तथा नकबजन गैंग के सदस्य निकले।
आरोपियों की क्राइम हिस्ट्री, प्रदेश की अन्य गैंग से भी संबंध
देवीनाथ उर्फ देवीलाल कालबेलिया- गिरोह का मुखिया, 22 वारदातें
लूट, नकबजनी, चोरी, डकैती के प्रदेश में कुल 22 मुकदमे, सबसे ज्यादा हिस्सा खुद का रखता, पहले अजमेर के सेंट्रल जेल में बंद था। पैरोल पर एक बार फरारी काटी, मावली में एक वारदात के दौरान पकड़ा गया। गत 14 अप्रैल को ही जमानत पर रिहा हुआ।
लेकिन चोर कितना ही शातिर हो, सबूत जरूर छोड़ता है…
पुलिस द्वारा गठित स्पेशल टीम ने जिले की सभी 20 वारदातों की डिटेल खंगाली तो सामने आया कि सभी वारदातें सड़क किनारे स्थित गांवों, ब्लेड से कंठी का डोरा काटकर, महिलाओं को अकेली देखकर हुईं। इस गिरोह ने तीन-चार साल पहले भी जिले में ऐसी ही वारदात की थी। कुछ बदमाश पकड़े गए थे। पुलिस ने इसी क्लू को आगे बढ़ाया और साइबर जांच से एक-एक तक पहुंच गई।
छोटू उर्फ रूपनाथ कालबेलिया
हार्डकोर अपराधी, देवीनाथ का खास राजदार, गिरोह में सैकंड पर्सन की भूमिका, वारदात में यह व्यक्ति पहले रैकी कर आने-जाने के रास्तों को देखता। वह कहां का रहने वाला है इस बारे में अलग-अलग पते पुलिस को बता रहा है।
शंकर उर्फ चंदू कालबेलिया
पूरे प्रदेश की कालबेलिया गैंग के संपर्क में, अब तक कुल 16 मामलों में वांछित। पुलिस को आधे से ज्यादा मामलों में उसकी तलाश, कच्चे रास्तों का जानकार। इस गैंग के लगभग प्रत्येक वारदात में साथ रहा।
जितेंद्र उर्फ जीतू जोगी
अलग-अलग जिलों में लूट व चोरी के 12 मुकदमे। वारदात करने में ऐसा मास्टर कि सोती महिला के गले या शरीर पर पहने जेवरात को ब्लेड से काटता। महिला को भनक तक नहीं होती थी। वारदात के लिए यही घर में घुसता।
चोरी- लूट का सामान बेचकर खर्च करते शराब व ऐशो-आराम पर
आरोपियों ने अब तक लाखों रुपए का माल लूटा व चुराया है, मगर उनके पास जमापूंजी के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां तक कि उनके परिवार की महिलाओं के पास कोई गहने भी नहीं हैं। वारदात के बाद औने-पोने दामों पर जेवरात बेचकर खुद व परिवार के लिए महंगे कपड़े खरीदते। नई बाइक खरीदते। बाकी रुपयों को शराब व ऐशो आराम पर खर्च करते।
टीम को प्रोत्साहन के लिए पदोन्नति का प्रस्ताव भेजेंगे
एसपी ने बताया कि इस मामले में सिरियारी प्रभारी रामनिवास विश्नोई, रोहट प्रभारी अरविंद कुमार,सदर प्रभारी सुरेश चौधरी, एएसआई किशनाराम, कांस्टेबल राजेश कुमार, मगनाराम, महेश, सोहनलाल, जयपालसिंह, महेंद्र, मुकेश, भींयाराम, नवीन गुर्जर, रामेश्वर, सुभाष गोदारा, बजरंग, सूबेसिंह, रमेश, गोपालराम, गीगाराम, ओमप्रकाश, जसाराम, रमेश कुमार, देवीलाल को नकद पारितोषिक के साथ ही प्रशंसा पत्र दिया जाएगा।