स्मार्ट फोन के जरिये शॉपिंग माल में लोगों की हर खरीदारी पर नजर
स्मार्ट फोन के जरिये शॉपिंग माल में लोगों की हर खरीदारी पर नजर
किसी शॉपिंग मॉल में अपने पसंदीदा जनरल स्टोर में आप डेयरी प्रोडक्ट की ओर रुख करते हैं तो फौरन अापके फोन पर नोटिफिकेशन आएगा- इस कंपनी के योगर्ट पर 10% की छूट है। कूपन के लिए यहां क्लिक करें। आपने पिछली बार स्टोर से योगर्ट खरीदने का विचार किया होगा, लेकिन नहीं खरीदा था। सवाल है, आपका फोन कैसे यह जान गया? दरअसल, आपका स्मार्टफोन यह जानकारी देता है। स्टोर ने आपकी लोकेशन का डेटा लेकर मार्केटिंग कंपनी को भेजा। उसने आपको प्रभावित करने के लिए विज्ञापन भेज दिया। स्टोर इसके लिए कंपनी को पैसा देता है।
अभी हाल आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह कंपनियां मोबाइल फोन टॉवर, वाई-फाई और जीपीएस से एकत्र डेटा का उपयोग कर रही हैं। लोकेशन डेटा इंडस्ट्री के पास एकदम सटीक जानकारी देने के लिए एक और टूल है-ब्लूटूथ बीकन। ये बीकन छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं और स्टोर में छिपाकर लगाए गए हैं। आपके फोन का एप कंपनी को बताएगा कि आप शॉपिंग मॉल में प्रवेश कर चुके हैं। यह भी कि आप दो मिनट फलां प्रोडक्ट के सामने रुके थे। अधिकतर लोकेशन सेवाएं फोन टॉवर या जीपीएस का उपयोग करती हैं लेकिन इनकी सीमाएं हैं। टॉवर का कवरेज व्यापक रहता है लेकिन वह बहुत बारीक जानकारी नहीं दे पाता है। जीपीएस 16 फीट के दायरे में काम करता है पर अंदर वह अच्छे से काम नहीं कर पाता है। ब्लूटूथ बीकन कुछ इंच से 50 मीटर तक सही लोकेशन रिकॉर्ड करते हैं। उनमें कम ऊर्जा लगती है। वे अंदरूनी जगह में काम करते हैं। ज्यादातर लोग नहीं जानते कि उन पर बीकंस से निगाह रखी जा रही है। बीकंस को एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल, सब वे, बसों, टैक्सियों, स्टेडियम, जिम, होटलों, अस्पतालों, संगीत समारोहों, सिनेमाघरों और म्यूजियम जैसे स्थानों पर लगाया गया है।
कूपन या मैसेज भेजने के लिए कंपनियों को आपके फोन पर एप लगाने की जरूरत रहती है जिसे स्टोर का बीकन पहचान ले। टारगेट, वालमार्ट जैसी कंपनियां अपने एप की ट्रैकिंग के लिए ब्लूटूथ बीकंस का उपयोग करती हैं। रिटेलर्स अपने एप तक सीमित रहने की बजाय हर कस्टमर को ट्रैक करना चाहते हैं। इसलिए लोकेशन मार्केटिंग कंपनियों की बड़ी इंडस्ट्री खड़ी हो गई है। न्यूज, मौसम और अन्य जानकारियां देने वाले कई लोकप्रिय एप के निर्माता अपने एप में ये टूल किट डाल देते हैं।
फेसबुक, गूगल सहित बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियां भी इस कारोबार में भागीदार
दिग्गज टेक कंपनियां बीकोसिस्टम का हिस्सा हैं। 2015 में फेसबुक ने लोकेशन मार्केटिंग के लिए कारोबारियों को मुफ्त फेसबुक ब्लूटूथ भेजना शुरू किए थे। कंपनी ने अभी हाल में फेसबुक ब्लूटूथ बीकन सेक्शन को अपनी वेबसाइट से हटा लिया है। गूगल ने 2017 में प्रोजेक्ट बीकन लॉन्च किया। उसने गूगल एड सर्विस के साथ कंपनियों को बीकन भेजे। एपल और गूगल आईओएस और एंड्रॉयड के माध्यम से निगरानी करती हैं।