चाड़वास में तीन दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव अाज से

चाड़वास में तीन दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव अाज से

पिछले दिनों राजपुरोहित समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिए ब्रह्मधाम आसोतरा में समाज हित में बड़े निर्णय लिए गए थे। आसोतरा में आयोजित दो दिवसीय महाअधिवेशन में दहेज, नशा मुक्ति व शादी विवाह के अवसर पर किए जाने वाले दिखावे और आडंबरों को दूर कर समाज की नई दिशा तय की गई थी। इसी को आगे बढ़ाते हुए अब चाडवास में भी चारभुजा मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर आयोजित कार्यक्रम में राजपुरोहित समाज ने किसी प्रकार का नशा नहीं करने का निर्णय लिया गया है। ज्ञात रहे कि चाडवास गांव के 300 राजपुरोहित परिवारों ने पांच साल पहले 1 करोड़ रुपए एकत्रित करके चारभुजा का मंदिर निर्माण शुरु कराया। जो अब पांच साल बाद पूरा बन चुका है। खास बात यह कि इस मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के साथ-साथ गांव के विकास के लिए भी ग्रामीणों ने 2 करोड़ रुपए एकत्रित कर लिए हैं। सोमवार से तीन दिनों तक चलने वाले प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मंदिर के साथ-साथ पूरे गांव में आकर्षक सजावट की जा रही है। महोत्सव को लेकर अलग-अलग कमेटियों का गठन भी किया गया है। कार्यक्रम को लेकर सभी गांवों में निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। ज्ञात रहे कि समाज को नशामुक्त करने के लिए 11 व 12 फरवरी को ही ब्रह्मधाम आसोतरा में महाअधिवेशन का आयोजन किया गया था। इसके बाद यह पहला बड़ा कार्यक्रम है, जो पूर्णत नशामुक्त होगा।

राजपुरोहित समाज के 300 परिवारों ने एक करोड़ की लागत से बनवाया चारभुजा मंदिर

अब 2 करोड़ से अधिक और एकत्रित किए, प्रतिष्ठा सहित गांव में होंगे विकास कार्य

सोजत. चाड़वास गांव में नवनिर्मित चारभुजा मंदिर।

आज से 3 दिवसीय प्रतिष्ठा समारोह में ये कार्यक्रम होंगे

19 फरवरी : शोभायात्रा, ग्राम देवता निमंत्रण, देह शुद्धि, दश विधि स्नान, प्रायश्चित कर्म, गणपति पूजन, पुण्या वाचन, मातृका पूजन, नांदि श्राद्ध, आयुष्य मंत्र, कुटीर यज्ञ, कुंड पूजन, अग्नि स्थापना, देवताओं का पूजन, गृहशांति यज्ञ, विष्णु सहस्त्र पाठ जपादि कर्म, सायं पूजन व आरती का आयोजन।

21 फरवरी : नित्य पूजन वेदादि होम तत्वादि होम, शांति पौष्टिक होम, महास्नान स्नापन विधि नैत्रोदमिलन मूर्तियों का न्यास विधि प्राण- प्रतिष्ठा का आयोजन। पूर्णाहुति व महाआरती के बाद महाप्रसादी का आयोजन होगा।

तीन दिनों तक चलने वाले पूरे कार्यक्रम को नशामुक्त बनाया गया है। राजपुरोहित समाज के ब्रह्मधाम आसोतरा से मिले निर्देशों के तहत पूरे कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का नशा नहीं किया जाएगा। चाडवास में होने वाले कार्यक्रम में 10 हजार से अधिक समाजबंधु भाग लेंगे। साथ ही अन्य समाजों के लोग भी इसमें शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम में किसी प्रकार का नशा नहीं होगा

20 फरवरी : नित्य पूजन, पीठों का पूजन, विष्णु यज्ञ, जापदि कर्म, मंदिर वास्तु यज्ञ, शाम को आरती व प्रसाद का वितरण होगा। रात्रि में मूर्तियों का अधिवास, जलाधिवास, शर्करादिवास, घृताधिवास, पुष्पाधिवास, फलाधिवास, धान्याधिवास, श्यादिवास का आयोजन होगा।

ब्रह्मधाम आसोतरा के गादीपति तुलसाराम आएंगे

कार्यक्रम में कई संत भी हिस्सा लेंगे। इसमें ब्रह्मधाम आसोतरा के गादीपति संत तुलसाराम महाराज, महंत निर्मलदास महाराज, डॉ. ध्यानाराम वेदांताचार्य, रामानंद महाराज, बालकदास महाराज, दंड स्वामी देवानंद महाराज, हीरानंद महाराज, शंकरदास महाराज, लालदास महाराज व समाधि गिरी महाराज सहित कई संत शामिल होंगे।

16 कमेटियां देखेंगी पूरा कार्यक्रम का मैनजेमेंट

तीन दिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 16 कमेटियों का गठन कर जिम्मेदारियां दी गई है। इसमें अलग-अलग दल बनाए गए हैं, जो पूरा कार्यक्रम सुव्यवस्थित तरीके से सफल कराने में सहयोग करेंगी।

गांव की बहिन-बेटियों का भी होगा सम्मान

कार्यक्रम में गांव की सभी बहिन-बेटियों का भी सम्मान कर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के प्रति जागरूकता का संदेश दिया जाएगा। इसी तरह कार्यक्रम में आने वाली सभी बहिन-बेटियों को ओढ़ावनी की जाएंगी।

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