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जिले के आठ बांधों में पानी आया, कई गांवों का संपर्क कटा

साेजत | शहर में दूसरे दिन भी बारिश का दाैर जारी रहा। जल संसाधन विभाग के सूत्राें के अनुसार उपखण्ड के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित चाैपडा के राजसागर बांध में एक ही रात में 3.5 फीट पानी अाया है। इसके अलावा बिलाडा फीडर से पानी निकल चुका है। अब बांध तक पहुंचने का इंतजार है। इससे उम्मीद है कि राज सागर चाैपडा में पानी अाएगा। इसी तरह िबलावास, लुण्डावास, धाकडी, धीनावास, खारिया नींव, रेन्दडी, रामासनी बाला, मण्डला, रून्दिया, खाेखरा, धंधेडी, बागावास अादि गांवाें में भी अच्छी बारिश हुई है।

राणावास | कस्बे सहित ठाकुरवास, निम्बली,सिंचाना, सिरियारी, डिंगोर, फुलाद, गुड़ा सुरसिंह, मलसा बावड़ी, गादाना व रडावास अादि गांवाें में बारिश हुई। वहीं फुलाद बांध में 4.5 फीट पानी अाया।

आनंदपुर कालू | कस्बे में 2 दिन से हो रही बारिश से खेत खलिहान पानी से भर गए हैं। वही अच्छी बारिश होने से गांव के राम सरोवर तालाब पूरी तरह से भर गया। वहीं सुबह 11 बजे तालाब की चादर चली।

मुंडारा | कस्बे में शनिवार देर रात को करीबन डेढ़-दो घंटे जमकर बारिश होने से मुंडारा,शिवतलाव,डूंगरली,लाटाड़ा,भीटवाड़ा,लालराई गांवों के तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई है। लाटाडा बांध में दस फीट के करीब पानी की आवक हुई है। 33 फीट की क्षमता के लाटाडा बांध में 21 फीट के करीब भर गया है। डुंगरली नाला के पूरे वेग से बहने से कोट बालियान बांध में भी पानी की अच्छी आवक हुई है। मुंडारा की ढंडेश्वर नाड़ी, करणी माता नाड़ी मे भी पानी की आवक हुई है।

सादड़ी | अरावली की पहाड़ियाें में रविवार काे सवा चार इंच बारिश हुई। 62.70 फीट की भराव क्षमता वाले रणकपुर बांध में 8 फीट पानी की अावक हुई। वहीं बांध का जलस्तर 45 फीट तक पहुंच गया। जल संसाधन िवभाग के सहायक अभियंता ताराराम गहलाेत ने बताया िक 17 फीट की भराव क्षमता वाले जूणा मालारी बांध में 8.50 फीट ताे लाटाडा बांध का जलस्तर 22 फीट तक पहुंच गया।

बगड़ी नगर | कस्बे में रविवार काे हुई बारिश के बाद गजनाई बांध व तालाब में पानी की अावक हुई। गजनाई बांध का जलस्तर 15 फीट पहुंच गया।

बाली | कस्बे व देसूरी क्षेत्र में शनिवार की रात व रविवार की बारिश में 18 में से 5 बांधों में पानी आया है। रविवार काे बाली में 50 एमएम, देसूरी में 73 एमएम बारिश हुई।

बूसी | कस्बे सहित आसपास के गांवों में दो दिनों से लगातार बारिश हाे रही है। क्षेत्र के एनीकटाें, तालाबाें व नदी-नालाें में अावक शुरू हाे गई है।

सेंदड़ा. क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद रविवार को एनीकट में पानी बहने लगा।
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सोजत में शराब ठेके पर कहासुनी दो युवकों पर कैंची से किया हमला

सोजत के मोड़ भट्टा पर देसी शराब की दुकान पर रविवार शाम को सेल्समैन व एक युवक की आपसी कहासुनी के दौरान समझाइश करने पहुंचे ट्रक चालक व खलासी पर युवक ने कैंची से हमला [...]read moreसोजत में शराब ठेके पर कहासुनी दो युवकों पर कैंची से किया हमला

सोजत रोड शाखा में जमाकर्ताओं के अटके हुए हैं 52 करोड़ रुपए

सोजत रोड | आदर्श क्रेडिट काे-आॅपरेटिव सोसायटी में जमाकर्ताओं के रुपए वापस नहीं मिलने से उनमें दिनोंदिन चिंता बढ़ती जा रही है। जमाकर्ताओं के रुपए प्राप्त करने के लिए एडवर वेलफेयर ट्रस्ट एवं आदर्श संघर्ष [...]read moreसोजत रोड शाखा में जमाकर्ताओं के अटके हुए हैं 52 करोड़ रुपए

दो भाई हाइवे पर दाेनाें तरफ लगाएंगे पौधे

बैंगलुरू में व्यवसाय करने वाले कस्बे के दाे भामाशाह सीरवी बंधुओं ने एनएच 14 के दाेनाें तरफ दाे किलाेमीटर तक पाैधराेपण कर ट्री गार्ड लगाने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत गुरु पूर्णिमा के माैके [...]read moreदो भाई हाइवे पर दाेनाें तरफ लगाएंगे पौधे

चंद्रयान-2 | व्हीकल सिस्टम में खराबी से 56 मिनट पहले लॉन्चिंग टली, इसरो ने कहा- जल्द नई तारीख तय करेंगे

व्हीकल सिस्टम में खराबी से 56 मिनट पहले लॉन्चिंग टली, इसरो ने कहा- जल्द नई तारीख तय करेंगे



  • चंद्रयान-2 को अक्टूबर 2018 में लॉन्च किया जाना था, लेकिन अब तक 4 बार मिशन की तारीख बदली गई

  • भारत के दूसरे मून मिशन में इस्तेमाल होने वाले रॉकेट और अन्य उपकरणों की लागत 978 करोड़ रुपए

  • इजराइल ने बीते फरवरी में मून मिशन भेजा था, उसकी लागत 1400 करोड़ रुपए थी


नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग ऐन वक्त पर टाल दी। यह मिशन सोमवार रात 2.51 बजे लॉन्च होना था, लेकिन इससे कुछ देर पहले लॉन्चिंग व्हीकल सिस्टम में तकनीकी खराबी का पता चला। मिशन की शुरुआत से करीब 56 मिनट इसरो ने ट्वीट कर लॉन्चिंग आगे बढ़ाने का ऐलान कर दिया। इसरो के एसोसिएट डायरेक्टर (पब्लिक रिलेशन) बीआर गुरुप्रसाद ने बताया कि जल्द ही प्रक्षेपण की नई तारीख तय होगी। चंद्रयान मिशन को देखने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी रात को श्रीहरिकोटा में थे।

इसरो चंद्रयान-2 को पहले अक्टूबर 2018 में लॉन्च करने वाला था। बाद में इसकी तारीख बढ़ाकर 3 जनवरी और फिर 31 जनवरी कर दी गई। लेकिन कुछ अन्य कारणों से इसे 15 जुलाई तक टाल दिया गया। इस दौरान बदलावों की वजह से चंद्रयान-2 का भार भी पहले से बढ़ गया। ऐसे में जीएसएलवी मार्क-3 में भी कुछ बदलाव किए गए थे।
चंद्रयान-2 मिशन क्या है? यह चंद्रयान-1 से कितना अलग है?

नई तारीख तय होने पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से चंद्रयान-2 को भारत के सबसे ताकतवर जीएसएलवी मार्क-III रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान-2 वास्तव में चंद्रयान-1 मिशन का ही नया संस्करण है। इसमें ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) शामिल हैं। चंद्रयान-1 में सिर्फ ऑर्बिटर था, जो चंद्रमा की कक्षा में घूमता था। चंद्रयान-2 के जरिए भारत पहली बार चांद की सतह पर लैंडर उतारेगा। यह लैंडिंग चांद के दक्षिणी ध्रुव पर होगी। इसके साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारने वाला पहला देश बन जाएगा।

दूसरे देशों द्वारा भेेजे गए मिशन से कितना सस्ता है चंद्रयान-2?




















यान



लागत



चंद्रयान-2



978 करोड़ रुपए



बेरशीट (इजराइल)



1400 करोड़ रुपए



चांग’ई-4 (चीन)



1200 करोड़



*इजराइल ने फरवरी 2019 में बेरशीट लॉन्च किया था, जो अप्रैल में लैंडिंग के वक्त क्रैश हो गया। चीन ने 7 दिसंबर 2018 को चांग’ई-4 लॉन्च किया था, जिसने 3 जनवरी को चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की।

मिशन लॉन्च होने के बाद चंद्रयान-2 को पृथ्वी की कक्षा में जाने में कितना समय लगेगा?

मिशन को जीएसएलवी मार्क-III से भेजा जाएगा। रॉकेट को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचने में 16 मिनट का समय लगेगा। इसे चांद की सतह तक पहुंचने में 1,296 घंटे यानी 54 दिन का समय लगेगा। [...]

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