ब्यावर का आरोपी पाली व सोजत में कोचिंग सेंटर की आड़ में चला रहा था नकल गिरोह, एसओजी ने पकड़ा
जयपुर एसओजी की एक टीम ने रविवार को जोधपुर में आयोजित सेना भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के मुख्य सूत्रधार सुशील शर्मा पुत्र बजरंग शर्मा निवासी मसूदा रोड अभिषेक नगर, ब्यावर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने आकाश क्लासेज के नाम से पाली व सोजत में कोचिंग सेंटर खोल रखा है। एसओजी ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए डिकॉय कर सेना भर्ती में पास कराने के लिए आरोपी सुशील शर्मा से संपर्क कर 3 लाख रुपए में सौदा तय किया। एडवांस के तौर पर 15 हजार रुपए देकर एसओजी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद एसओजी ने पाली व सोजत स्थित आरोपी के कोचिंग सेंटर की तलाशी ली। तलाशी में वहां से भारी मात्रा में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, स्टांप, चैक व हिसाब-किताब के रजिस्टर बरामद किए हैं। आरोपी से पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। एसओजी एवं एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक अनिल पालीवाल ने बताया कि मिलिट्री इंटेलीजेंस से एसओजी को इनपुट मिला था कि सेना भर्ती में कुछ लोग नकल गिरोह चला सकते हैं। ऐसे इनपुट के बाद जयपुर एसओजी विंग से इंस्पेक्टर सूर्यवीरसिंह, मनोज कुमार, उप निरीक्षक गोपाललाल, हैडकांस्टेबल हिम्मतसिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल महेश कुमार, हेमराज, नारायणलाल, विनोद कुमार, कैलाशचंद्र, हजारी राम, जयकिशन मीणा, सुरेंद्रसिंह व हीरालाल की टीम गठित की गई। इस टीम ने छानबीन कर पाली व सोजत में आकाश क्लासेज के संचालक सुशील शर्मा द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करा पास कराने के गिरोह संचालक की जानकारी जुटाई।
आरोपी सुशील
सौदा 3 लाख में तय किया, परीक्षा से पहले 15 हजार लेते गिरफ्तार किया
पाली में स्थित कोचिंग सेंटर।
एसओजी व एटीएस के एडीजी अनिल पालीवाल ने बताया कि एसओजी ने ब्यावर निवासी सुशील शर्मा को पकड़ने के लिए सेना भर्ती परीक्षा में पास कराने के लिए डिकॉय किया तो आरोपी ने कहा कि वह रेलवे, डिस्कॉम, शिक्षक, कांस्टेबल इत्यादि परीक्षाओं में पास करवा देगा। आरोपी के दावे से एसओजी के अधिकारी भी एक बारगी सकते में आ गए।एसओजी ने आरोपी से सेना भर्ती परीक्षा में पास कराने के लिए 3 लाख रुपए में सौदा तय किया। एडवांस के तौर पर पहली किश्त के रुप में 15 हजार रुपए जोधपुर में आयोजित सेना भर्ती परीक्षा से पहले देना तय किया। जोधपुर में आरोपी पहुंचा और 15 हजार रुपए की किश्त हासिल की, जिसे एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया।