18 टन गैस से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलटा, हाईवे पर 30 किमी तक यातायात रूका

18 टन गैस से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलटा, हाईवे पर 30 किमी तक यातायात रूका

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गैस रिसाव होने से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई

बर-ब्यावर फोरलेन के बर बाइपास पर आबादी क्षेत्र से मात्र 500 मीटर दूरी पर शनिवार दोपहर 12.20 बजे 18 टन घरेलू गैस से भरा टैंकर पलट गया। गैस रिसाव होने से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने आनन-फानन में यातायात रुकवा दिया। साथ ही मोबाइल, बेसिक फोन, बिजली आपूर्ति बंद कराने के साथ पूरे मार्ग के होटल-ढाबे भी बंद करवा दिए।

सबसे पहले ब्यावर से आईओसी की रेस्क्यू की टीम मौके पर पहुंची। बाद में नसीराबाद, अजमेर तथा जोधपुर से पहुंचे अधिकारियों ने शाम 7 बजे यानी करीब 7 घंटे तक रेस्क्यू कर टैंकर में 8 छोटे-मोटे स्थानों से हो रहे रिसाव को बंद किया। इसके बाद ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली। टैंकर पलटने से करीब 5 किमी क्षेत्र में गैस की बदबू फैल गई। इसके चलते 8 घंटे तक तक यातायात रुका रहा। करीब 30 किमी तक जाम से दोनों तरफ हजारों वाहन फंस गए। बाद में बिरांटिया व झाला की चौकी से यातायात को डायवर्ट किया गया। अधिकारियों की माने तो समय रहते रेस्क्यू टीम के पहुंचने व गैस रिसाव रोकने से बड़ा हादसा टल गया, नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। रेस्क्यू में बारिश की भी मेहरबानी रही कि पानी गिरने से गैस भी निष्क्रिय होती रही। जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर 12.20 बजे एलपीजी गैस से भरा टैंकर अजमेर से नसीराबाद होता हुआ जोधपुर की तरफ जा रहा था। बर बाइपास पर चालक त्रिलोकसिंह की लापरवाही से टैंकर अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे गैस रिसाव शुरू हो गया। इससे लोगों में अफरातफरी मच गई। आसपास के ढाबों-होटलों के लोग मौके से भाग गए और उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी। इस पर बर चौकी प्रभारी अरविंद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हाइवे पर दोनों ओर वाहनों को रुकवा दिया। रिसाव से बर गांव समेत 5 किमी दायरे में बदबू फैल गई। इसके बाद ब्यावर, जोधपुर, नसीराबाद तथा अजमेर से आईओसी के अधिकारियों को बुलाकर रेस्क्यू शुरू कराया गया। इस बीच आसपास के इलाकों की लाइटें बद करवाने के साथ ही इंटरनेट,

बेसिक फोन भी बंद करवा दिए। ब्यावर, रास, जैतारण सोजत समेत अन्य स्थानों से 5 दमकलों को बुलाकर रेस्क्यू शुरू किया। इस बीच बारिश होने से रेस्क्यू में काफी मदद मिली। 2 स्थानों पर बड़े रिसाव को केमिकल का लेप कर रोका गया। बाद में 5 क्रेनों से टैंकर को खड़ा करवाकर 6 और जगह से रिसाव रोका गया। इस दौरान बर से ब्यावर, बर से जैतारण व बर से चंडावल रोड तक करीब 30 किमी तक हजारों वाहनों की कतारें लग गई।

5 किमी तक रिसाव से गैस की बदबू फैलती रही, बर समेत 12 गांवों की बिजली काटी, पूरे मार्ग के होटल-ढाबे बंद कराए, फोन इंटरनेट भी बंद कराएं

खतरे के बावजूद रेस्क्यू टीम जुटी रही, टैंकर में कुल 8 जगह से रिसाव रोक कस्बे को अनहोनी से बचाया

50 मिनट बाद ही ब्यावर से पहुंच गई आईओसी की रेस्क्यू टीम

2 दर्जन गांवों की बिजली कटवाई, होटल-ढाबों को बंद कराया, फोन-इंटरनेट बंद

5 फायरब्रिगेड ने गैस निष्क्रिय करने टैंकर पर किया पानी का छिड़काव

8 स्थानों से टैंकर में केमिकल लेप से रिसाव किया बंद

5 क्रेनों की मदद से पलटे टैंकर को खड़ा करवाया गया

बर-ब्यावर फोरलेन के बर बाइपास पर आबादी क्षेत्र से मात्र 500 मीटर दूरी पर शनिवार दोपहर 12.20 बजे 18 टन घरेलू गैस से भरा टैंकर पलट गया। गैस रिसाव होने से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने आनन-फानन में यातायात रुकवा दिया। साथ ही मोबाइल, बेसिक फोन, बिजली आपूर्ति बंद कराने के साथ पूरे मार्ग के होटल-ढाबे भी बंद करवा दिए।

सबसे पहले ब्यावर से आईओसी की रेस्क्यू की टीम मौके पर पहुंची। बाद में नसीराबाद, अजमेर तथा जोधपुर से पहुंचे अधिकारियों ने शाम 7 बजे यानी करीब 7 घंटे तक रेस्क्यू कर टैंकर में 8 छोटे-मोटे स्थानों से हो रहे रिसाव को बंद किया। इसके बाद ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली। टैंकर पलटने से करीब 5 किमी क्षेत्र में गैस की बदबू फैल गई। इसके चलते 8 घंटे तक तक यातायात रुका रहा। करीब 30 किमी तक जाम से दोनों तरफ हजारों वाहन फंस गए। बाद में बिरांटिया व झाला की चौकी से यातायात को डायवर्ट किया गया। अधिकारियों की माने तो समय रहते रेस्क्यू टीम के पहुंचने व गैस रिसाव रोकने से बड़ा हादसा टल गया, नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। रेस्क्यू में बारिश की भी मेहरबानी रही कि पानी गिरने से गैस भी निष्क्रिय होती रही। जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर 12.20 बजे एलपीजी गैस से भरा टैंकर अजमेर से नसीराबाद होता हुआ जोधपुर की तरफ जा रहा था। बर बाइपास पर चालक त्रिलोकसिंह की लापरवाही से टैंकर अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे गैस रिसाव शुरू हो गया। इससे लोगों में अफरातफरी मच गई। आसपास के ढाबों-होटलों के लोग मौके से भाग गए और उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी। इस पर बर चौकी प्रभारी अरविंद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हाइवे पर दोनों ओर वाहनों को रुकवा दिया। रिसाव से बर गांव समेत 5 किमी दायरे में बदबू फैल गई। इसके बाद ब्यावर, जोधपुर, नसीराबाद तथा अजमेर से आईओसी के अधिकारियों को बुलाकर रेस्क्यू शुरू कराया गया। इस बीच आसपास के इलाकों की लाइटें बद करवाने के साथ ही इंटरनेट, बेसिक फोन भी बंद करवा दिए। ब्यावर, रास, जैतारण सोजत समेत अन्य स्थानों से 5 दमकलों को बुलाकर रेस्क्यू शुरू किया। इस बीच बारिश होने से रेस्क्यू में काफी मदद मिली। 2 स्थानों पर बड़े रिसाव को केमिकल का लेप कर रोका गया। बाद में 5 क्रेनों से टैंकर को खड़ा करवाकर 6 और जगह से रिसाव रोका गया। इस दौरान बर से ब्यावर, बर से जैतारण व बर से चंडावल रोड तक करीब 30 किमी तक हजारों वाहनों की कतारें लग गई।

4 फीडर की बिजली काटी, बर समेत 12 गांवों में बिजली आपूर्ति 8 घंटे रही बंद

रेस्क्यू टीम ने पहुंचते ही ब्यावर, बर तथा जैतारण से जुड़े 6 फीडर से बिजली बंद करवा दी। होटलों पर गैस से ही खाना बन रहा था, वहां से उनको भी हटवा दिया गया। रेस्क्यू पूरा होने के बाद रात 8 बजे तक बर समेत आसपास के करीब 12 गांवों में बिजली आपूर्ति बंद रही। रेस्क्यू के बाद टैंकर पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

पुलिस की लापरवाही से सड़क के दोनों तरफ 30 किमी तक जाम, विरोध के बाद ट्रैफिक किया डायवर्ट

गैस टैंकर पलटने के बाद पुलिस पूरी तरह से लापरवाह नजर आई। मात्र यातायात को रुकवाकर इतिश्री कर ली। पुलिस टैंकर से काफी दूर हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, जबकि बिरांटिया से होकर ट्रैफिक डायवर्ट किया जा सकता था, मगर किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। इससे फोरलेन पर करीब 30 किमी तक जाम लग गया। दोनों तरफ हजारों वाहन होने के चले कई बसाें में यात्री भी फंस गए। शाम 5 बजे यात्रियों का गुस्सा फूटा तो बिराटियां से ब्यावर तथा झाला की चौकी से ब्यावर तक दोनों तरफ रास्ता शुरू कराया। इसके बाद जाम रात करीब 8 बजे बाद हट सका। बाद में भी वाहनों की रेलमपेल के कारण देर रात तक सड़क पर वाहन रेंगते हुए ही चले।

8 घंटे जाम, 7 घंटे रेस्क्यू में पुलिस मूकदर्शक रही, बाद में यातायात डायवर्ट किया

8 घंटे बर में चालक की लापरवाही से ग्रामीणों की सांसें अटकी रहीं

मोड़ के बावजूद चालक के तेज रफ्तार से टैंकर भगाने से वह अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया। गैस रिसाव होने से पूरे बर कस्बे की सांसें करीब 8 घंटे तक अटकी रहीं। रेस्क्यू टीम के खतरा टालने के बाद ही लोगों को राहत मिली।

हजारों वाहन जाम में फंसे, यात्री होते रहे परेशान

टैंकर पलटने के बाद पुलिस पूरे मामले में मूकदर्शक रही। 8 किमी दूरी तक रिसाव से गैस की बदबू फैलती रही। इससे ग्रामीण आशंकित रहे। 8 घंटे तक यातायात रूकने से दोनों तरफ हजारों वाहन जाम में फंस गए। विरोध के बाद पुलिस ने 2 स्थानों से यातायात डायवर्ट कराया। देर रात तक जाम से वाहन सड़क पर रेंगते रहे।

इंद्रदेव की रही मेहरबानी, पानी बरसने से गैस निष्क्रिय होती रही

शनिवार दोपहर में अनियंत्रित होकर पलटे गैस टैंकर से रिसाव चलता रहा। गनीमत रही कि गैस हवा में नहीं फैली, क्योंकि दिनभर रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। फिर भी ऐहतियात तौर पर आसपास की होटलों व ढाबों को बंद करवा दिया गया था।

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