ये कैसा डिजिटल इंडिया : दो दिन बंद रहा इंटरनेट, 50 करोड़ का कारोबार प्रभावित
शहर में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के कारण 48 घंटे तक डिजिटल आपातकाल की स्थिति रही। शुक्रवार शाम 5 बजे से रविवार शाम 6 बजे तक नेट बंद रहने के कारण टैक्सटाइल उद्योगों के कारोबार पर सर्वाधिक असर पड़ा। बड़ी संख्या में व्यापारी इंटरनेट बंदी की वजह से जीएसटी साइट से ई-वे बिल जनरेट नहीं कर पाए। इस कारण से ट्रांसपोर्ट कंपनियों में तैयार कपड़ा नहीं पहुंचा। साथ ही बाहरी प्रदेशों से आने वाले ग्रे कपड़े की डिलीवरी नहीं हो पाई। उद्यमियों का दावा है कि माल डिस्पैच नहीं होने के कारण यहां के कारोबार पर करीब 50 करोड़ का असर पड़ा है। अभी तक कानून व्यवस्था बनाए रखने, भड़काऊ मैसेज को रोकने और अफवाहों से बचने के लिए नेटबंदी कराई जाती थी, लेकिन अब परीक्षा करवाने के लिए प्रशासन ने 48 घंटे तक नेट बंद रखा। मोबाइल डोंगल और ब्राडबेंड सेवाएं भी आधी-अधूरी चली। वहीं, शहरभर में मोबाइल कॉल भी बड़ी मुश्किल से लगी। इनकी वजह से शनिवार व रविवार को शहर में करीब 150 करोड़ का व्यापार..
प्रभावित रहा।
नेटबंदी का ये पड़ा असर
रेलवे ई-िटकट रोज 24 घंटे में 500 ई-टिकट बुक होते हैं। एक टिकट की औसतन कीमत रेलवे के जानकार 600 रुपए मानते हैं। ऐसे में करीब 2 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन अटका। बस स्टैंड पर एक भी टिकट ऑनलाइन बुक नहीं हुए।
ऑनलाइन शॉपिंग पाली व् सोजत में ऑनलाइन शॉपिंग का कारोबार करीब 20 से 25 लाख रुपए प्रतिदिन है। इसमें सभी नामी कंपनियां और बेवसाइट शामिल है। नेट बंदी से यह कारोबार प्रभावित रहा।
ई-बैंकिंग
आरटीजीएस और नैफ्ट द्वारा शहर में प्रतिदिन 120 से 130 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन होता है। इसमें बड़ी कंपनियां, फैक्ट्रियां शामिल हैं। करीब 3000 लोग शनिवार को ऐसा नहीं कर सके।
कई सेवाएं पटरी से उतरीं
इंटरनेट बंद से मोबाइल बैंकिंग, शेयर-ट्रेडिंग, ऑनलाइन खरीदारी, फीस जमा करना, आरटीजीएस सहित कई अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं बिगड़ पटरी से उतर गई।
परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की शर्ट भी उतारकर परीक्षा देनी पड़ी, चप्पल भी खुलवाए
दूसरे दिन 1309 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रविवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। रविवार को जिले के चार केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 1626 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इसमें से 1309 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वही 317 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान सुरक्षा के काफी इंतजाम किए गए थे। पूरी तरह से तलाशी के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने दिया। कुल 80.50 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।