सोजत चिकित्सालय में कलेक्टर के रोक के बाद भी पार्किंग के नाम पर हो रही है अवैध वसूली

सोजत चिकित्सालय में कलेक्टर के रोक के बाद भी पार्किंग के नाम पर हो रही है अवैध वसूली

जिलेके दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में कलेक्टर के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। पिछले दिनों जब कलेक्टर ने अस्पताल का निरीक्षण किया था तो उन्होंने नए टेंडर होने तक अस्पताल में पार्किंग शुल्क को हटाने का आदेश किया था। इसके बाद चिकित्सालय प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से पर्दे लगा कर उस पर किसी भी तरह के पार्किंग शुल्क को देने के लिए मना कर दिया, फिर भी पार्किंग स्टैंड पर मरीजों के परिजनों से पार्किंग के नाम पर ठेकेदार द्वारा अवैध वसूली की जा रही है।

सामने रही है वसूली की शिकायतें

जबसे कलेक्टर ने पार्किंग शुल्क अस्पताल में बंद करने का आदेश दिया है। उसके दूसरे दिन से लगातार रूप से पार्किंग शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें सामने रही हैं। इतना ही नहीं मरीज के परिजन शुल्क बंद होने का हवाला देते हैं तो स्टैंड पर तैनात कार्मिक उनसे अभद्र व्यवहार करना शुरू कर देते हैं, जिससे परिजन परेशान होकर पार्किंग के पैसे दे देते हैं। इसके अलावा पार्किंग स्टैंड पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।

तुरंतकार्रवाई की जाएगी

^कलेक्टरकी मनाही के बाद ठेकेदार को पार्किंग से अपना सामान हटाने के लिए लिखित मौखिक रूप से नोटिस दिया जा चुका है, लेकिन फिर भी पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली हो रही है तो गलत हैं। मैं आज ही ठेकेदार से बात करके इस बात के लिए पाबंद करती हूं आेर उच्चाधिकारियों को भी इस मामले को जानकारी में लाया जाएगा। -डॉ.अनसुईयाहर्ष, पीएमआे, राजकीय चिकित्सालय, सोजत

{शहर के सबसे बड़े अस्पताल से लगातार हो रही चोरियों से लोगों में रोष व्याप्त है, पिछली चोरियों का भी अब तक पता नहीं चला

{कलेक्टर ने पार्किंग शुल्क अस्पताल में बंद करने का आदेश दिया है। लगातार कलेक्टर को इस संबंध में शिकायतें मिल रही थी

अस्पतालसे फिर चोरी हुआ मोबाइल : शहरका अस्पताल बड़ा होने के कारण यहां पर आसपास के गांवों के लोग भी इलाज करवाने आते हैं। अगर रोगी को भर्ती किया जाता है तो रात्रि के समय एक परिजन उसके पास सार संभाल के लिए रहते हैं। रात्रि के समय पुलिस की बराबर गश्त नहीं होने अस्पताल की आेर से इस मामले में ढिलाई के कारण चोरों ने रविवार रात्रि को एक परिजन का मोबाइल चोरी कर लिया। भिंवली निवासी ताराराम सीरवी रविवार को अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए रात्रि में सोजत आया था। इस दौरान मरीज के पास में रात्रि में रहने के दौरान चोरों ने उसका मोबाइल चुरा लिया। उसने अस्पताल में खूब ढूंढ़ा, लेकिन पता नहीं चला। इससे पहले भी करीब एक माह पूर्व भी एक ही रात में करीब 8 मोबाइल एक साथ चोरी हो गए थे। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन कोई पता नहीं चला। इतनी बड़ी वारदात के बाद रात्रि के समय अस्पताल में तो होमगार्ड के जवान तैनात किए जाते हैं आेर ही पुलिस बराबर गश्त करती हैं। सुरक्षा व्यवस्था की ढिलाई देखते ही फिर से अस्पताल में चोर सक्रिय हो जाते हैं। इसके अलावा असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है।

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