सोजत में 7 करोड़ की लागत से बनेगा 33केवी जीएसएस

सोजत में 7 करोड़ की लागत से बनेगा 33केवी जीएसएस

शहरके बिजली तंत्र को सुधारने निर्बाध रूप से बिजली संचालन करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आईपीडीएस योजना के तहत सोजत में करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से 33 / 11 केवी का नया जीएसएस लगाने की स्वीकृति दे दी हैं। इसके लिए बाकायदा सर्वे हो चुका है और सर्वे के बाद डिस्कॉम ने नगर पालिका से नए जीएसएस के लिए जमीन उपलब्ध करवाने के लिए कहा था, जिस पर नगर पालिका ने निम्बली नाड़ी रोड़ पर डिस्कॉम के अधिकारियों के साथ वार्ता कर जमीन का चिन्हीकरण कर लिया गया हैं।

बढ़तीजनसंख्या को देखते हुए डिस्कॉम ने भेजा था प्रस्ताव :वर्तमान में शहर का बिजली तंत्र दो भागों में बटा हुआ हैं जिसको फोरलेन हाईवे स्थित 132 केवी जीएसएस से विद्युत आपूर्ति दी जाती हैं, लेकिन सोजत की आबादी निरंतर बढ़ रही हैं ऐसे में शहर का बिजली तंत्र कई बार ट्रिपिंग फॉल्ट की समस्या से गड़बडा जाता हैं और दिन भर में कई बार लाईट चली जाती हैं, इससे नागरीको को खासा परेशान हो पड़ता हैं। केन्द्र सरकार ने बड़े कस्बों के लिए आईपीडीएस स्कीम के तहत 33 / 11 केवी के जीएसएस निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा था इस पर डिस्कॉम के अधिकारियों के द्वारा करीब डेढ़ वर्ष पूर्व प्रस्ताव बना कर भेजा गया था, वहां पर अधिकारियों ने पत्रावलियों के अवलोकन के बाद प्रोजेक्ट रिपोर्ट को सही मानते हुए जमीनी स्तर पर सर्वे के लिए टीम भेजी थी, जिसने सोजत क्षेत्र में अवलोकन के बाद प्रोजेक्ट पर स्वीकृति के लिए अपनी मोहर लगा दी और जल्दी ही जीएसएस के लिए जमीन देखने को कहा। इसके बाद डिस्कॉम ने नगर पालिका से जमीन उपलब्ध करवाने को कहा। इस पर पालिका प्रशासन ने कुछ दिनों पूर्व निम्बली नाड़ी रोड़ पर जमीन बताई थी, इस पर डिस्कॉम सहमत हो गया। हालांकि डिस्कॉम को जमीन के लिए नगर पालिका में तय राशि पहले भरनी होगी, बाद में भूमि का हस्तांतरण किया जायेगा।

उच्चाधिकारियोंको टैंडर के लिए भेजी रिपोर्ट : जमीनके चिन्हीकरण के बाद डिस्कॉम ने अपने उच्चाधिकारियों को जमीन की राशि का भुगतान करने के साथ यहां पर सक्षम संवेदक द्वारा निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए टैंडर प्रक्रिया जारी करने के लिए अब तक की कार्यवाही की संपूर्ण पत्रावलियां भेज दी हैं। अधिकारियों का कहना हैं कि नए जीएसएस निर्माण के लिए दूरभाष पर उच्चाधिकारी कई बार फीड बेक ले चुके हैं।

उम्मीद हैं जल्दी ही तकनीकी स्वीकृति के बाद वित्तीय स्वीकृति होने पर टैंडर हो सकते हैं और आने वाले कुछ महिनों में नए जीएसएस को अमली जामा मिल सकता हैं।

दो जीएसएस पहले से संचालित

शहरमें बिजली के वितरण के लिए 132 केवी जीएसएस के साथ औद्योगिक क्षेत्र में कुछ वर्षों पूर्व 33 / 11 केवी का नया जीएसएस बनाया गया था, जो अभी संचालित हैं। लेकिन बिजली कनेक्शनों के बढ़ते भार को देखते हुए डिस्कॉम को 33 / 11 के वी के नए जीएसएस की बहुत ही जरूरी आवश्यकता थी, इसके बगैर इन दोनों जीएसएस पर लगातार पॉवर लोड बढ़ रहा था, एेसे में कई बार ट्रिपिंग अथवा फॉल्ट के कारण शहर का बिजली तंत्र गड़बड़ा जाता। अब तीसरे नए जीएसएस के निर्माण के बाद शहर वासियों को 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली मिलती रहेगी। इससे यहां के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी काम की चाल में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

टैंडर होते ही शुरू होगा निर्माण

^जीएसएसनिर्माण के लिए निम्बली नाडी रोड़ पर जमीन फाइनल हैं। तकनीकी वित्तीय स्वीकृति के लिए उच्चाधिकारियों को सारी पत्रावलियां भेज दी गई हैं उम्मीद हैं जल्द ही टैंडर होंगे और सोजत को नए जीएसएस की सौगात मिलेगी। अमृतलालजाटव, एईएन, सोजत डिस्कॉम

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