सोजत पाली शहर में भारी बारिश, बाढ़ के हालात, सेना बुलाई, जवाई बांध के 54 साल बाद 11 गेट खोले, सीएम आज करेगी हवाई सर्वेक्षण
सोजत पाली शहरमें शुक्रवार रात को भारी बारिश होने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। लगातार बारिश से हालात बिगड़ रहे हैं। इसको देखते हुए जोधपुर से सेना बुलाई गई है। साथ ही एनडीआरएफ, एसटीआरएफ तथा आरएसी की बटालियन देर रात को पाली पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई है। कई बस्तियों में कमर तक पानी होने के साथ ही अंदरूनी इलाकों में घरों में पानी घुस गया है।
इधर, शनिवार को पाली जिले में पैदा हुए हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री वसुंधराराजे पाली सकती है। वे जालोर तथा सिराेही के साथ पाली में भी बाढ़ की स्थिति को देखते हुए हवाई सर्वेक्षण कर सकती है। उनका हेलीकॉप्टर सोजत हवाई पट्टी पर उतरने की संभावना को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री पीपी चौधरी भी जिले में बाढ़ के हालात को देखते हुए खैर-खबर लेने शनिवार को पाली पहुंच रहे हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी शुक्रवार शाम को सही साबित हुई। शाम 4 बजे 20 मिनट के लिए हुई बरसात ने शहर को पानी-पानी कर दिया था। इसके बाद रात 10 बजे तेज हवाओं के साथ बरसात शुरू हो गई। लगातार बारिश होने से शहर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए। 30 से अधिक बस्तियों के घरों में पानी घुस गया।
मुख्यसड़कों पर तो ऐसे हालात पैदा हो गए कि दो से तीन फीट तक पानी बहने लगा। लगातार बारिश को देखते हुए शहरवासियों में दहशत का माहौल बन गया। शहर की आशापुरा नगर, जंगीवाड़ा, आदर्श नगर, शेखावत नगर, महावीर नगर, नेहरू नगर, सुंदर नगर, हैदर कालोनी, मरुधर नगर, रूणेचा कालोनी, रामदेव रोड, गुरलाई मार्ग, नया गांव, पठान कालोनी पहले से ही एक सप्ताह से तेज बरसात से जलजमाव की स्थिति थी। इन बस्तियों समेत कई अन्य बस्तियों में पानी दो से तीन फीट तक जमा हो गया। इससे हालात विकट हो गए।
मां-बेटे का सुराग नहीं, आज नहीं मिले तो लौटेगी एनडीआरएफ की टीम : सेंदलानदी में मंगलवार की शाम को बहे मां-बेटे को तलाशने का अभियान गुरुवार को जारी थी। 48 घंटे बाद भी उनका पता नहीं लग पाया है। शनिवार को फिर रेस्क्यू होगा। इसके बाद भी शव नहीं मिला तो एनडीआरएफ की टीम वापस लौट जाएगी।
पाली. शहर में मूसलाधार बारिश के बाद अंबेडकर सर्किल के पास भरा घुटनों तक पानी। इसे पार करते वाहन चालक। फोटो| गौरवशर्मा
वर्ष 1963 में खोले थे एक साथ 11 गेट, जवाई नदी पुल के ऊपर 7 फीट पानी, सुमेरपुर के कई स्थानों पर पानी भरा
जवाईके कैचमेंट एरिया में भारी बारिश होने से बांध में तीव्र गति से पानी की आवक हो रही है। इस कारण से जवाई के 13 में से 9 गेट 10-10 फीट खोल दिए गए हैं। 54 साल बाद ये पहला मौका है कि जवाई बांध के 11 गेट एक साथ खाेले गए है। इससे पहले वर्ष 1963 में भारी बारिश के चलते खोले गए थे। वहीं रोहट में भी रात को तेज बारिश हुई। इस कारण से यहां पर भी नदी-नाले एक बार फिर तेजी से चलने लगे हैं। जवाई के पानी से सुमेरपुर की कई बस्तियों में भी जा रहा है। इससे सड़के पानी से लबालब हो गई है।
सीएम आज करेगी हवाई सर्वेक्षण, केंद्रीय राज्यमंत्री भी पहुंचेंगे
मुख्यमंत्रीवसुंधराराजे शनिवार को पाली में हवाई सर्वेक्षण करेगी। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री पीपी चौधरी भी पाली रहे हैं। हालांकि उनके समर्थक जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा होने के बाद से ही राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हुए थे। एसपी दीपक भार्गव के अनुसार मुख्यमंत्री वसुंधराराजे के शनिवार को पाली, जालोर तथा सिरोही आगमन को देखते हुए सोजत हवाईपट्टी पर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि सीएम वसुंधरा राजे पाली, जालोर सिरोही के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई निरीक्षण के दौरान सोजत हवाई पट्टी पर उतर सकती है। उसको लेकर प्रशासन ने सोजत हवाई पट्टी पर सुरक्षा को लेकर व्यवस्थाएं भी कर दी है।
प्रशासन ने शनिवार रात को शहर में हो रही भारी बरसात को देखते हुए सेना तथा एनडीआरएफ समेत अन्य सुरक्षा बलों की बटालियन को पाली बुलाया है। देर रात को यह जवान पाली पहुंच गए है। इन सुरक्षाकर्मियों को अलग-अलग टास्क देकर आपदा प्रबंधन के कार्य में भेजा जा रहा है। एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि सेना के साथ ही एनडीआरएफ, एसटीआरएफ, आरएसी तथा जोधपुर से अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया है।
बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की तैयारी
जिलाप्रशासन ने शहर में बाढ़ के हालात को देखते हुए भीतरी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने की तैयारी की है। इसके लिए पटेल छात्रावास, गोकूलवाड़ी, सरस्वती स्कूल, रावणा राजपूत समाज भवन, खटीक समाज रामदेव मंदिर समेत अन्य स्थानों को चिन्हित कर बिस्तर एवं जलपान की व्यवस्था भामाशाहों के सहयोग से की जा रही है। ताकि आपदा के समय पर इन लोगों को उक्त स्थानों पर स्थानातंरित किया जा सके।
{शहर की अंदरूनी बस्तियों में कमर तक पानी भरने से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारियां, भामाशाहों के सहयोग से मदद पहुंचाने की तैयारी
{शाम 4 बजे शुरू हुई बरसात, कुछ देर रूकने के बाद रात 10 बजे से लगातार भारी बरसात से चारों तरफ पानी ही पानी, कई बस्तियां जलमग्न
{मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित, सेना को आपदा प्रबंधन के लिए बुलाया, देर रात पाली पहुंची एनडीआरएफ, एसटीआरएफ, आरएसी की टुकडी़, जोधपुर से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी पहुंचा