एक ही परिवार के चार सदस्य ओबीसी, दो एससी होने का मामला बगड़ी नगर थाने में दर्ज
एससीकी जमीनों की खरीद फरोख्त के मामले में ओबीसी को एससी का जाति प्रमाण पत्र बनाने के मामले में गुरुवार को पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिवादी की रिपोर्ट पर देर रात बगडी़ पुलिस ने देवनाथ पुत्र अमरनाथ, दिनेश पुत्र चतुर्भुज, तत्कालीन सरपंच सायरीदेवी, ग्रामसेवक रामेश्वर बागडी़, पटवारी हरमेन्द्र मीणा तत्कालीन तहसीलदार सोजत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ज्ञात रहे कि परिवादी द्वारा इसकी शिकायत करने पर थाने से पुलिसकर्मियों ने मुकदमा दर्ज करने की बजाय उसे फटकार कर भगा दिया था। गुरुवार को भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस महकमा हरकत में आया। जानकारी के अनुसार निकट के देवली हुल्ला गांव का रहने वाले देवनाथ के पांच संतानें में से चार तो ओबीसी है लेकिन एक को एससी का जाति प्रमाण पत्र जारी इसलिए कर दिया ताकि उसके नाम से एससी की जमीनें ओने-पोने दामों में ली जा सके। इसका खुलासा कर पंचायत क्षेत्र के राजूराम पुत्र कोजाराम देवासी जब बगड़ी थाने में शिकायत करने पहुंचा तो पुलिसकर्मियों ने उसे झाडकर भेज दिया।
पटवारी से सवाल पूछे तो कहा कोर्ट जाऊंगा
प्रकरणमें म्युटेशन के बारे में जानकारी के लिए तत्कालीन पटवारी हरमेन्द्र मीणा से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो वो सीधे ही प्रकाशित समाचार को लेकर अपना आपा खो बैठे। उन्होंने बात पूरी होने से पहले ही देख लेने की धमकी दी।
मैंजानता हूं देवनाथ को, वह ओबीसी ही है
^मैंसात साल चंडावल स्टेशन पर पटवारी रहा हूं। देवनाथ उसके परिवार जन नाथ हैं, एवं ओबीसी में आते है। मैं जब आरआई था तब मैंने इस म्युटेशन के बाबत जमाबन्दी पर नोट लगा कर इसके नियम विरूद्व होने का इन्द्राज किया था, और नायब तहसीलदार बन कर बगडी़ पदस्थापन पर पटवारी हरमेन्द्र मीणा के विरूद्व चार्जशीट बनाकर भेजी थी, अब मैं सेवानिवृत हो गया हूं, मुझे वर्तमान की जानकारी नहीं हैं। बाबूलाल,तत्कालीन नायब तहसीलदार
ऐसे की राशन कार्ड में हेरफेर
चंडावलस्टेशन ग्राम पंचायत से प्राप्त युनिट रजिस्टर के पृष्ठ संख्या 45 पर क्रम संख्या 319 राशन कार्ड क्रमांक 815 देवनाथ पुत्र अमरनाथ के नाम से दर्ज हैं जिसमें कुल 7 युनिट दर्ज हैं। जबकि सरपंच सायरीदेवी ग्रामसेवक रामेश्वर बागड़ी की मोहर हस्ताक्षर से जारी डुप्लीकेट राशन कार्ड में युनिट रजिस्टर से भिन्न उपजाति रावल दर्ज कर डुप्लीकेट राशन कार्ड में देवनाथ रावल कर दिया गया। साथ ही परिवार के सभी सदस्यों के नाम के आगे भी रावल लिख दिया। और डुप्लीकेट राशन कार्ड जारी कर दिया गया। इसी राशन कार्ड को हथियार बना कर देवनाथ ने एससी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया उस आवेदन को भी इन्हीं सरपंच, ग्रामसेवक पटवारी ने सत्यापित कर देवनाथ को एससी वर्ग में होना प्रमाणित किया।