10 लाख के बदले प्रोपर्टी बेच 23 लाख चुकाए, 10 सूदखोरों पर मुकदमा दर्ज
छोटी-मोटीजरुरतों का पूरा करने के लिए जाने-अनजाने में लोग सूदखोरों से उधार में रुपए तो ले लेते हैं, लेकिन बाद में उसे चुकाने के फेर में सूदखोरों के चक्रव्यूह में ऐसे फंस जाते हैं कि वहां से निकल नहीं पाते। जिनमें सूदखोरों के मोटे ब्याज चुकाने के लिए पीड़ित और ज्यादा कर्जा चढ़ा लेते हैं। मंगलवार को इंसानियत का शर्मसार करने वाले सूदखोरों के जाल में फंसे एक युवक का मामला एसपी के सामने आया। एसपी ने पीड़ित युवक के साथ सूदखोरों द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। शाम को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की हैं।
पूर्वमें भी मुकदमे, गिरफ्तारी नहीं : पूर्वमें भी कई पीड़ित युवक सूदखोरों के खिलाफ परेशान करने तथा ऋण ली हुई राशि चुकाने के बावजूद जान से मारने की धमकी देने वाले बाहुबली सूदखोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा चुके हैं, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ितगणपत ने बताया कि पिछले काफी समय से वह सूदखोरों की धमकियों से डर कर परिवार के साथ पाली छोड़ सोजत में किराए के मकान में रह रहा हैं। सूदखोरों के जाल में फंस कर उसने रेडिमेड गारमेंट की दुकान खोई, पाली में एक प्लॉट भी बेच दिया। सोजत में मजदूरी कर रहा हैं, लेकिन सूदखोर उसका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। उसका कहना हैं कि दैनिक भास्कर द्वारा सूदखोरों के खिलाफ मामले उजागर होता देख हिम्मत जुटाकर वह मंगलवार को एसपी के समक्ष पेश होकर अपनी पीड़ा बताई।
10 लाख लिए, 23 लाख चुकाए, फिर भी रुपए बाकी
रामदेवरोड के रजत नगर निवासी गणपत प्रजापत ने रिपोर्ट में बताया कि रेडिमेड गारमेंट के व्यापार के लिए उसने रामदेव रोड के कालू भाई उर्फ राजेंद्र कुमार घांची से शुरूआत में 1 लाख रुपए उधार दिए, जिसके बदले आरोपी ने 10 फीसदी से ज्यादा ब्याज वसूला। उसने सूदखोर के जाल में फंसकर अकेले कालू भाई से 10 लाख रुपए का कर्जा चढ़ा लिया, इसके बदले उसने अब तक 22 लाख 85 हजार रुपए चुका दिए। आरोप हैं कि कर्जा उतारने के लिए उसने प्रॉपटी भी बेची, लेकिन फिर भी आरोपी सूदखोर उससे भारी रकम उधार बता रहा हैं।
इनसूदखोरों को भी बनाया आरोपी
रिपोर्टमें गणपत प्रजापत ने टैगोर नगर निवासी चंदा प|ी गजेंद्र शर्मा, रामदेव रोड निवासी घनश्याम शर्मा, सुनील शर्मा, राजू भाई सिंधी, श्याम सिंधी, राकेश कुमार, दिनेश नागौरी, पिंटू सेन, कुशल देवड़ा समेत दस लोगों को आरोपियों को नामजद बनाया हैं। रिपोर्ट में आरोप हैं कि इन सूदखोरों की धमकियों से परेशान होकर उसने पाली में घर छोड़़ सोजत में किराए के मकान लिया हैं। जहां मजदूरी कर वह परिवार का पेट पालता हैं, लेकिन आरोपी वहां आकर भी उसे धमका रहे हैं। कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया हैं।