हड़ताल के एक दिन पहले ही 217 डॉक्टर छुट‌्टी पर, गिरफ्तारी के डर से भूमिगत

हड़ताल के एक दिन पहले ही 217 डॉक्टर छुट‌्टी पर, गिरफ्तारी के डर से भूमिगत

 

अखिलराजस्थान राज्य सेवारत संघ से जुड़े सभी चिकित्सक सोमवार से सामूहिक अवकाश पर जाने वाले थे, लेकिन पुलिस की ओर से दो दिन पहले ही शुरू की गई गिरफ्तारी की कार्रवाई के बाद से रविवार को जिले के करीब 200 से अधिक डॉक्टर भूमिगत हो गए और अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए। अखिल राजस्थान राज्य सेवारत संघ की पूर्व में 33 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने और संघ के पदाधिकारियों के तबादले के विरोध में सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा की थी। इस पर सरकार ने रेस्मा लागू कर दिया और शुक्रवार रात से ही पुलिस ने जिलाध्यक्ष डॉ. एसएन स्वर्णकार के यहां दबिश देकर गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसी के डर से जहां डॉक्टर सोमवार की बजाय रविवार से ही अवकाश पर चले गए। इस दौरान बांगड़ अस्पताल के 19 डॉक्टर समेत जिले के 217 चिकित्सक हड़ताल पर रहे। चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि अवकाश पर जाने के बाद सभी डॉक्टरों ने अपने-अपने फोन स्विच ऑफ कर दिए।

इधर,सेवारत डॉक्टर के समर्थन में उतरे आईएमए के पदाधिकारी, 2 घंटे कार्य बहिष्कार : सेवारतडॉक्टरों की मांगों और उनके खिलाफ पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर पदाधिकारी भी समर्थन में उतर आए हैं। इसको लेकर रविवार को आईएमए की ओर से दो घंटे का कार्य बहिष्कार कर कलेक्टर को चिकित्सा मंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन के सचिव डॉ. प्रवीण गर्ग ने बताया कि पुलिस की ओर से जो कार्रवाई की जा रही है वह गलत है। यदि सरकार का ऐसा ही रवैया रहता है तो आईएमए से जुड़े सभी डॉक्टर भी पूर्ण रूप से कार्य का बहिष्कार करेंगे।

आज से अस्पतालों में आपातकाल, मरीज होंगे रेफर, टलेंगे ऑपरेशन

सोमवारसे सभी सेवारत डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में एक बार फिर आपातकाल जैसी स्थिति हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों से मरीजों को जिला अस्पताल में रेफर किया जाएगा और यहां भी डॉक्टर नहीं हुए तो उन्हें जोधपुर रेफर करना पड़ेगा। जिला अस्पताल में केवल इमरजेंसी ऑपरेशन की ही सुविधा रहेगी। इसके अलावा हड्डी ओपीडी और सोनोग्राफी भी पूरी तरह से बंद हो सकती है। हालांकि बांगड़ अस्पताल में मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी व्यवस्था देखेगी, लेकिन अन्य अस्पतालों मेंं मरीजों के लिए परेशानी बढ़ सकती हैै।

मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी ओपीडी इनडोर संभालेगी

^रविवारको बांगड़ के 19 डॉक्टर अवकाश पर रहे। सोमवार से संघ से जुड़े सभी डॉक्टरों ने पूर्व में ही सामूहिक अवकाश पर जाने का एलान कर दिया था। इसको लेकर मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी ओपीडी इनडोर संभालेगी। इस दौरान अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी ऑपरेशन ही होंगे। -डॉ. एमएस राजपुरोहित, पीएमओ, बांगड़ अस्पताल

मेडिकल कॉलेज फैकल्टी का आरोप : पुलिस कार्रवाई के दौरान कर रही है परेशान

इसहड़ताल में पाली मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी शामिल नहीं है और ही वे अवकाश पर जाएंगे। इसके बाद भी अन्य डॉक्टर्स की जानकारी के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज फैकल्टी ने बताया कि पिछले दो दिनों से अस्पताल परिसर में बने डॉक्टर क्वार्टर में आकर पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। जब डॉक्टर के यहां नहीं होने की जानकारी दी जा रही है तो पुलिस राजकार्य में बाधा डालने का हवाला देकर कार्रवाई करने की धमकी दे रही है।

{33 सूत्रीय मांगों और सेवारत संघ के पदाधिकारियों के स्थानांनतरण के विराेध में सोमवार से सभी डॉक्टर जाने वाले थे सामूहिक अवकाश पर

{शुक्रवार रात को शुरू हुई गिरफ्तारी के बाद बांगड़ समेत जिले में चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर नहीं आए काम पर, आज से बिगड़ सकती है व्यवस्था

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