हड़ताल अब तक लाइलाज, भामाशाह योजना में रजिस्टर्ड निजी अस्पतालों में होगा गंभीर मरीजों का मुफ्त उपचार
जिलेमें सेवारत 200 से अधिक डॉक्टर के हड़ताल पर जाने से दूसरे दिन ही हालात बिगड़ रहे हैं। सोमवार को हड़ताल का विरोध करते हुए बांगड़ में 11 सेवारत डॉक्टर काम पर आए थे, उनमें से ही दो डॉक्टर संघ के दबाव में नाइट ड्यूटी के दौरान सोमवार रात से ही हड़ताल पर चले गए। इधर, जिले के सोजत उपजिला अस्पताल समेत सीएचसी पीएचसी पर डॉक्टर नहीं होने की वजह से मरीजों को जिला अस्पताल में रैफर करना पड़ रहा है। हालात यह है कि इमरजेंसी में भी डॉक्टर ऑन काॅल पर उपलब्ध हो रहे हैं। दरअसल, अखिल राजस्थान राज्य सेवारत संघ की मांगे नहीं माने जाने पर सोमवार से जिले के सभी सेवारत डॉक्टर अवकाश पर चले गए थे। बांगड़ में 11 डॉक्टर काम पर आए थे। लेकिन, मंगलवार को इनमें से दो डॉक्टर संघ के दबाव में काम छोड़ अवकाश पर चले गए। वहीं सोजत उपजिला अस्पताल में करीब 800 की ओपीडी में महज 3 डॉक्टर ही मरीजों को देख रहे और आईपीडी भी संभाल रहे हैं। हालात यह है कि सामान्य मेडिसन के भी डॉक्टर नहीं होने की वजह से गंभीर मरीजों को रैफर करना पड़ रहा है। वहीं रात को इमरजेंसी में यह तीन डॉक्टर ही ऑन कॉल पर मरीज देख व्यवस्था संभाल रहे हैं।
सुमेरपुरक्षेत्र के निजी अस्पतालों में गंभीर मरीजों की होगी निशुल्क जांच, विधायक राठौड़ ने की अपील : सुमेरपुरसमेत आस-पास क्षेत्राें में स्थित निजी अस्पतालों में जरूरतमंद गंभीर मरीजों का निशुल्क इलाज होगा। इसके लिए उपमुख्य सचेतक विधायक मदन राठौड़ ने स्थानीय अस्पताल के संचालकों से फोन पर बात की। उन्होंने बताया कि इसके लिए निजी अस्पतालों ने सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र के तखतगढ़ में डाॅ. अवस्थी चिकित्सालय, डाॅ. जोशी चिकित्सालय, सुमेरपुर में डाॅ. अनिता राजपुरोहित चिकित्सालय, डाॅ. राज हॉस्पिटल, महावीर हॉस्पिटल समेत सांडेराव, कोसेलाव अन्य गांवों में निजी चिकित्सक सभी तरह की चिकित्सा सुविधाएं जरूरतमंदों को निशुल्क देने के लिए आगे आए हैं।
सोजतउपजिला अस्पताल में प्रतिदिन टल रहे हैं 8 ऑपरेशन, पांच मरीज रेफर : सोजतउपजिला अस्पताल में अभी स्त्री रोग विशेषज्ञ पीएमओ डॉ. अनसुइया हर्ष, नेत्र रोग डॉ. पुरुषोत्तम और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा ही मरीजों को देख रहे हैं। सर्जन नहीं होने की वजह से प्रतिदिन 8 ऑपरेशन यहां टल रहे हैं। वहीं दो दिन में सामान्य मेडिसन के गंभीर तीन सीजेरियन के दो मरीजों को बांगड़ अस्पताल में रेफर किया गया।
इधर, बिगड़ते हालातों के बीच राहत भरे आदेश, गंभीर मरीजों का भामाशाह योजना के तहत पंजीकृत निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज जांच
सेवारतडॉक्टर के हड़ताल पर जाने से बिगड़े हालातों के बीच कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने मरीजों के लिए राहत भरे आदेश जारी कर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल निजी चिकित्सालयों को गंभीर जरूरतमंदों के निशुल्क इलाज जांच के आदेश जारी किए हैं। ऐसे में योजना में शामिल निजी अस्पतालों आपातकालीन मरीजों को सभी प्रकार की सुविधाएं निशुल्क प्रदान करेंगे। इमरजेंसी में इलाज से लेकर सर्जरी करवाना, अतिआवश्यक महिलाओं और मरीजों के लिए निशुल्क सोनोग्राफी, लैब जांच, एक्सरे, ईसीजी, सामान्य प्रसव सेवाएं आदि निशुल्क उपलब्ध कराएंगे।
अस्पताल में आपातकाल
{इमरजेंसीमें मरीजों के उपचार के लिए प्रशासन ऑनकॉल बुलवा रहा निजी अस्पतालों के डाॅक्टरों को
{ सेवारत चिकित्सक संघ के दबाव में बांगड़ के 11 में 2 डॉक्टर नाइट ड्यूटी छोड़ गए हड़ताल पर, ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों से बुलाए तीन एनेस्थिसिया विशेषज्ञ
बांगड़ में ऑपरेशन जारी रखने के लिए तीन निजी एनेस्थिसिया विशेषज्ञ लगाए, दो ऑन काॅल
बांगड़अस्पताल में सामान्य दिनों में होने वाले ऑपरेशन हो रहे हैं लेकिन निश्चेतन विशेषज्ञ नहीं होने की वजह से एक बार के लिए ऑपरेशन को लेकर भी समस्या आई। इसके लिए तीन निजी निश्चेतन विशेषज्ञ लगाए गए हैं। एक महिला विशेषज्ञ कमलेश की दिन में ड्यूटी लगाई गई है, वहीं दो विशेषज्ञ रितेश भंसाली सुरेश सिंघवी को रात में नियुक्त किया है, जो इमरजेंसी ऑपरेशन होने पर ऑन कॉल रहेंगे।
जिले के अस्पतालों में बिगड़ रहे हालात, मरीज गुजरात जोधपुर के हॉस्पिटलों में जाने को विवश
सेवारतडॉक्टर के हड़ताल पर जाने से जिले में चिकित्सा व्यवस्था बिगड़ रही है। सोजत उपजिला अस्पताल में दो दिनों में पांच मरीज रैफर। गांवों में सीएचसी पीएचसी से भी मरीजों को किया जा रहा है रैफर। सोजत अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में मरीजों को देख रहे हैं तीन डॉक्टर। इमरजेंसी में ऑनकॉल बुलाया जा रहा है डॉक्टरों को, ऑपरेशन टाले।