शगुन का 1 रुपया लेकर घर ला रहे बहू, फिजूलखर्ची रोकने के लिए, दिन में शादी नशे पर प्रतिबंध सहित कई निर्णय ले रहे समाज

शगुन का 1 रुपया लेकर घर ला रहे बहू, फिजूलखर्ची रोकने के लिए, दिन में शादी नशे पर प्रतिबंध सहित कई निर्णय ले रहे समाज

शादीसमारोहों में फिजूलखर्ची रोकने के लिए कई समाज और संगठनों की गांवों में शुरू की मुहिम अब रंग ला रही है। इससे अब शादी समारोह में लोग लाखों रुपए बचा रहे हैं। दिन में विवाह, प्रीति भोज में चुनिंदा मिष्ठान, बारात में बाजा डीजे। बरसों से चले रहे नशे का प्रचलन भी बंद कर दिया गया है। जो नशामुक्त शादी कर रहे हैं, उन्हें सामाजिक तौर पर सम्मानित कर हौसला बढ़ाया जा रहा है। कुरीतियों के उन्मूलन के लिए युवाओं के साथ बुजुर्ग भी सक्रिय हैं। बाल विवाह की खिलाफत का असर यह है कि अब रात में कोर्ट में पेश कर लोगों को पाबंद किया जा रहा है।

बालविवाह रोकने आधी रात को खुलीं अदालतें

अबनाबालिग बच्चों की शादियां करने के लिए ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं। चोरी छिपे बाल विवाह करवाना मुश्किल है। बाल विवाह रोकने के लिए आधी रात को अदालतें खुल रही हैं। पिछले दिनों सिविल न्यायालय पीपाड़ में तहसीलदार द्वारकाप्रसाद शर्मा के परिवाद पर नाबालिग के विवाह की तैयारियां कर रहे दपंती को देर रात अदालत में पेश किया था।

बहूको बेटी मान दहेज में लिया 1 रुपया

पिछलेदिनों मेवाड़ा समाज के आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में सिर्फ एक रुपए देकर विवाह कराया गया। इस मौके पर समाजबंधुओं ने दहेज प्रथा, नशा मुक्ति सहित रूढिवादी कुरीतियों को त्यागने का भी संकल्प लिया गया। समाजबंधुओं ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श किया गया।

वाल्मीकि समाज : सामूहिक विवाह समारोह में कुरीतियां त्यागने का संकल्प

अखिलभारतीय वाल्मीकि महासभा की ओर से गाजे-बाजे के साथ नवम सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान समाज के वक्ताओं ने समाज के विकास के लिए शिक्षा पर जोर दिया। साथ ही रूढ़िवादी परंपराओं का त्याग करने और बेटियों को अधिक से अधिक पढ़ाने का संदेश दिया। समारोह के दौरान नगर परिषद की ओर से नवविवाहित जोड़ों के हाथों हाथ विवाह पंजीयन के फार्म भी भरवाए गए।

मुस्लिम रंगरेज समाज के सामूहिक विवाह में पौधे देकर पर्यावरण बचाने का दिया संकल्प

पिछलेदिनों मुस्लिम रंगरेज समाज का आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में तुलसी के पौधे के साथ पर्यावरण स्वच्छता का भी संदेश दिया गया। इस मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों समाज के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दूल्हे-दुल्हन को तुलसी का पौधा भेंट करके पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया। सभी नव विवाहित जोड़ों को तुलसी का पौधा भेंट कर समाजबंधुओं ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश दिया। नगर परिषद की और स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के लिए दूल्हे-दुल्हन को दो डस्टबिन भी वितरित किए।

सोजत में मेवाड़ा समाज के सामूहिक विवाह में किया रक्तदान

सोजतके श्री सिरे सिनेमा के सामने स्थित सोनराजजी मैदान में अखिल राजस्थान क्षत्रिय मेवाड़ा समाज के तत्वावधान में 45 वां सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया। सामूहिक विवाह के तहत मेवाड़ा क्षत्रिय कलाल वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में युवाओं ने रक्तदान किया। इस अवसर निशुल्क मरीजों की जांच भी की गई। शिविर में कुल 52 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ

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