पाली की 292 पंचायतों में 876 सहायकों की चयन सूची जारी, 29 में भर्ती रद्द

पाली की 292 पंचायतों में 876 सहायकों की चयन सूची जारी, 29 में भर्ती रद्द

29 पंचायतों में रद्द की गई भर्ती को लेकर आरोप- चहेतों का चयन नहीं हुआ इसलिए निरस्त की

लंबेसमय से अटकी पंचायत सहायक भर्ती के परिणाम आखिर शनिवार को शिक्षा विभाग ने जारी कर ही दिए। इसी के साथ भर्ती प्रक्रिया पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। विद्यार्थी मित्रों सहित बड़ी संख्या में वंचित अभ्यर्थियों का दावा है कि यह प्रक्रिया वैधानिक नहीं है। वे न्यायालय की शरण लेंगे। गौरतलब है कि जिले में 321 ग्राम पंचायतों में 963 पदों पर पंचायत सहायकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। यानी एक पंचायत में तीन सहायकों की। शनिवार को जारी परिणाम में शिक्षा विभाग ने 321 में से 292 पंचायतों में ही परिणाम जारी किया। जिले की 29 पंचायतों में भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी गई। इसे लेकर भी आरोप लगाए गए हैं कि चयन प्रक्रिया से जुड़े लोगों के चहेतों का चयन नहीं होने के कारण ऐसा किया गया है। अधिकारी अपना बचाव करने के लिए उच्चाधिकारियों की गाइडलाइन का हवाला दे रहे हैं।

प्रदेश में ये भर्तियां पहले से ही विधिक प्रक्रिया में

यहपहली भर्ती नहीं है जिसकी चयन प्रक्रिया को लेकर सवाल उठ रहे हैं। प्रदेश में हुई ज्यादातर बड़ी भर्तियों का यही हश्र है। जितने जोर-शोर से उसका विज्ञापन जारी किया जाता है या तो परीक्षा से पहले ही वह विवादों की भेंट चढ़ जाती है या परिणाम के बाद। ज्यादातर नौकरियां थर्ड सैकंड ग्रेड से जुड़ी हैं जिनमें लाखों की संख्या में अभ्यर्थी हजारों रुपए खर्च कर बैठते हैं और कड़ी मेहनत के बाद चयन की उम्मीद रखते हैं। रीट, फर्स्ट ग्रेड स्कूल व्याख्याता, एसआई, एलडीसी ग्रामसेवक सहित लगभग 10 ज्यादा भर्तियों को लेकर विवाद चल रहा है।

इन ग्राम पंचायतों में भर्ती रद्द, दुबारा शुरू होगी चयन प्रक्रिया

पंचायतसमिति – ग्राम पंचायत

1.सुमेरपुर – कोसेलाव, पालड़ी, खिमाड़ा,

2. सोजत – केलवाद, खोखरा, चंडावल स्टेशन

3. देसूरी – नाडोल, दादाई, डायलाना, ढालोप

4. बाली – लाटाड़ा

5. जैतारण – मोहराई, घोडावड़, बांजाकुडी

6. मारवाड़ – सिनला, भिमालिया, हिंगोला खुर्द

7. पाली – साकदड़ा, रुपावास, बोमादड़ा, बाणियावास, हेमावास

8. रानी – इटंतरा, सिवास, निपल , वणदार, निंबाडा

9. रोहट – वायद, कलाली

^पंचायत सहायकों की भर्ती को लेकर सरकार की और से मिले गाइडलाइन के अनुसार ही प्रक्रिया को अपनाया गया है। कुछ स्थानों पर भर्ती वापस की जाएगी। इसको लेकर उच्चाधिकारियों से गाइडलाइन मांगी है। गोरधनलालसुथार, डीईओ प्रारंभिक

1. भर्ती करने वाली एजेंसी पीईईओ – पीईईओएसडीएमसी के संविधान में कहीं भी भर्ती करने का उल्लेख नहीं। ऐसे भर्ती कैसे करवाई। इनको वेतन पंचायत देगी। काम भी उसी का। फिर भर्ती प्रक्रिया शिक्षा विभाग ने क्यों की।

2.17 फरवरी तक एसडीएमसी का कोरम ही नहीं था – 23सदस्यों से बनती है एसडीएमसी, लेकिन जिले के 90 प्रतिशत स्कूलों में भर्ती से एक दिन पहले तक पूरे सदस्य तक नहीं थे। ऐसे में कोरम भी पूरा नहीं था।

3.शिक्षा विभाग ने नहीं दिए नियम – भर्तीसे पहले तक शिक्षा विभाग ने पीईईओ को नियम तक नहीं दिए। एक भी ग्राम पंचायत में नियम भी नहीं बने। जिसको जो सही लगा उसको भर्ती कर दिया।

4.आरक्षणभी नहीं – इसभर्ती में किसी को आरक्षण भी नहीं दिया गया।

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