तीर्थाटन के बाद रेपड़ावास में प्रसादी कर रही थी महिलाएं धुएंसे भड़की मधुमक्खियों का हमला, ढोल बजा रहे युवक की मौत, 20 महिलाएं जख्मी
शिवपुराथाना इलाके के रेपड़ावास गांव में बुधवार को हरिद्वार समेत अन्य तीर्थस्थलों का दर्शन करने के लौटने की खुशी में आयोजित प्रसादी के दौरान धुएं से मधुमक्खियां अचानक भड़क गई। मधुमक्खियों ने वहां मौजूद दो दर्जन से अधिक महिलाओं को काट लिया। इस दौरान मौके पर ढोल बजा रहे युवक के शरीर पर कई स्थानों पर काटने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया। घायल महिलाओं को उपचार के लिए सोजत के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। इसमें 4 महिलाओं की हालत चिंताजनक बनी हुई है। 15 दिन में जिले में यह मधुमक्खियों के काटने से यह दूसरी मौत हुई है।
जानकारी के अनुसार रेपड़ावास गांव में रहने वाली जाट समाज की महिलाएं कुछ दिन पहले हरिद्वार समेत प्रमुख तीर्थस्थलों का दर्शन करने के लिए गई थी। वे दो दिन पहले ही वापस अपने गांव लौटी है। तीर्थाटन से वापस लौटने की खुशी में बुधवार को गांव में प्रसादी का आयोजन किया गया था। महिलाओं ने लापसी के साथ ही अन्य खाना भी बनाया था। भाेग लगाने के दौरान धुएं से वहां मौजूद मधुमक्खियां भड़क गई तथा वहां मौजूद लोगों पर हमला बोल दिया। घटना से अफरातफरी का माहौल बन गया। वहां मौजूद ढोल बजाने वाले जेठाराम पुत्र जयराम वादी को मधुमक्खियों ने ज्यादा काटा। उसके पूरे शरीर पर डंक मारे, जिससे उसकी कुछ देर बाद मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 20 अन्य महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी हो गई। मामले की जानकारी मिलने पर शिवपुरा थाने से हेड कांस्टेबल पुखराज पटेल पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे तथा घायलों को उपचार के लिए सोजत के सरकारी अस्पताल में भेजा। शव का पोस्टमार्टम गुरुवार को कराया जाएगा।
3नवंबर को जोजावर में भी पीटीआई की मधुमक्खियों के काटने से हो चुकी मौत : गौरतलबहै कि गत 3 नवंबर को लाटौती गांव का रतनाराम पटेल करीब 12 साल तक पांचेटिया स्कूल में पीटीआई के पद पर तैनात था। वह बाइक पर स्कूल जा रहा था कि रास्ते में पेड़ पर लटक रहा मधुमक्खियों का छत्ता अचानक उस पर गिर गया। मधुमक्खियों के हमले से वह बुरी तरह घायल होकर बेहोश हो गया था।
उसकी बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। डॉक्टरों का कहना था कि मधुमक्खियों के डंक से ज्यादा जहर शरीर में जाने से उसकी मौत हो गई।
विशेषज्ञ का कहना – मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है, जिसका तुरंत उपचार जरूरी
मधुमक्खीका शहद जितना मीठा होता है। उससे भी ज्यादा उसका डंक घातक होता है। मधुमक्खी अगर डंक मार दे तो उस जगह पर सूजन तो ही जाती है साथ ही तेज दर्द भी शुरू हो जाता है। मधुमक्खी या दूसरे कीट नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि आत्मरक्षा में डंक मारते हैं या काटते हैं. मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है जिससे शरीर में संक्रमण हो जाता है। हालांकि हर किसी में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं। कुछ लोगों को तेज दर्द होता है तो कुछ में केवल प्रभावित जगह पर सूजन जाती है। कुछ में वो जगह लाल पड़ जाती है।