जातियों को टारगेट कर रहे कांग्रेस नेता, अब एक और ने जिलाध्यक्ष के साथ ही दलितों के खिलाफ की टिप्पणी

जातियों को टारगेट कर रहे कांग्रेस नेता, अब एक और ने जिलाध्यक्ष के साथ ही दलितों के खिलाफ की टिप्पणी

सोशलमीडिया पर जातिगत टिप्पणी से जहर घोलने की जैसे कांग्रेस नेताओं में होड़ मच गई है। तीन दिन पहले जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव गौतम सिंघाडिय़ा की ओर से ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक मैसेज वाटसएप पर शेयर किया था। उनकी टिप्पणी से कांग्रेस में बवाल अभी तक थमा नहीं था कि सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सेवादल के पूर्व जिलाध्यक्ष जबरसिंह राजपुरोहित ने दलित वर्ग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए जो पोस्ट डाली, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। राजपुरोहित ने तो कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास (राजपुरोहित) को भी कोसते हुए उनके खिलाफ भी टिप्पणी कर दी।

कांग्रेस नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर लगातार जातिगत टिप्पणी करने से कांग्रेस पार्टी में जोरदार घमासान मच गया है। हालांकि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चाड़वास की ओर से ब्राह्मणों को लेकर अपनी कार्यकारिणी के सचिव सिंघाडिय़ा की ओर से की गई टिप्पणी की पूरी रिपोर्ट बना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को भेजते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की अभिशंषा करते हुए मार्गदर्शन मांगा है। दूसरी ओर दलित वर्ग को लेकर कांग्रेस नेता जबरसिंह राजपुरोहित की ओर से की गई टिप्पणी का भी कांग्रेस में जोरदार विरोध हो रहा है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के प्रोफाइल पिक्चर वाले वाटसएप ग्रुप राजस्थान का गांधी पर राजपुरोहित ने यह टिप्पणी की है, जिसके एडमिन भी राजपुरोहित स्वयं ही है। उनकी यह टिप्पणी अन्य ग्रुप पर वायरल हो गई, जिसका जोरदार विरोध हो रहा है।

जिलाध्यक्ष ने कहा -वैमनस्य फैलाना गलत, कार्रवाई के लिए मांगा है आलाकमान से मार्गदर्शन

^कांग्रेसपार्टी सदियों से सभी जाति धर्मों को समान महत्व देती रही है। पार्टी को सभी धर्मों वर्गों के लोगों ने खड़ा किया है, जिसमें जाति या वर्ग का भेद करने वाला अमान्य है। मेरी टीम के एक सदस्य ने ब्राह्मण वर्ग को लेकर जो टिप्पणी की थी, जिसका शुरू से ही मैंने घोर विरोध किया। प्रदेश नेतृत्व को पूरा घटनाक्रम बताते हुए सिंघाडिय़ा के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभिशंषा करते हुए मार्गदर्शन मांगा है। जातिगत वैमनस्य फैलाने वाली की पार्टी में कोई जगह नहीं। अब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा दलित वर्ग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की जानकारी मुझे भी मिली है, जो घोर निंदनीय है। पता नहीं क्यो लोग वैमनस्य फैला रहे हैं, जो माहौल खराब करने में जुटे हैं। मेरे खिलाफ भले ही टिप्पणी की हो, लेकिन किसी वर्ग पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसकी रिपोर्ट भी प्रदेश नेतृत्व को भेजूंगा। -चुन्नीलालचाड़वास, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी पाली

जिलाध्यक्ष ने कहा -वैमनस्य फैलाना गलत, कार्रवाई के लिए मांगा है आलाकमान से मार्गदर्शन

^कांग्रेसपार्टी सदियों से सभी जाति धर्मों को समान महत्व देती रही है। पार्टी को सभी धर्मों वर्गों के लोगों ने खड़ा किया है, जिसमें जाति या वर्ग का भेद करने वाला अमान्य है। मेरी टीम के एक सदस्य ने ब्राह्मण वर्ग को लेकर जो टिप्पणी की थी, जिसका शुरू से ही मैंने घोर विरोध किया। प्रदेश नेतृत्व को पूरा घटनाक्रम बताते हुए सिंघाडिय़ा के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभिशंषा करते हुए मार्गदर्शन मांगा है। जातिगत वैमनस्य फैलाने वाली की पार्टी में कोई जगह नहीं। अब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा दलित वर्ग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की जानकारी मुझे भी मिली है, जो घोर निंदनीय है। पता नहीं क्यो लोग वैमनस्य फैला रहे हैं, जो माहौल खराब करने में जुटे हैं। मेरे खिलाफ भले ही टिप्पणी की हो, लेकिन किसी वर्ग पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसकी रिपोर्ट भी प्रदेश नेतृत्व को भेजूंगा। -चुन्नीलालचाड़वास, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी पाली

तीन दिन पहले सिंघाडिय़ा ने इस तरह की पोस्ट डाली थी

हालही में कांग्रेस कमेटी की नई जिला कार्यकारिणी में जिला सचिव बनाएं गए सोजत के रिटायर बैंक मैनेजर गौतमचंद सिंघाडिय़ा ने कांग्रेस के बनाए गए ग्रुप में ब्राह्मण भगाओ देश बचाओ के मैसेज कर दिए। अन्य ग्रुप पर यह मैसेज वायरल हो गया, जिसका ब्राह्मण समाज ने काफी विरोध किया। वही किसी सदस्य ने इसका स्किन शॉट लेकर अन्य ग्रुपों में भी डाल दिया। इसके चलते अन्य ग्रुपों में जुड़े ब्राह्मण समाज के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।

जबरसिंह राजपुरोहित ने सोशल मीडिया पर यह टिप्पणी की

कांग्रेसमें सब कचरा भरा पड़ा है जैसा जिले का मुखिया होगा वैसा ही उसका कुनबा होगा, कोई अछूत है तो वो हैं, ये हकीकत है। ब्राह्मणों को गालियां देने से कोई शूद्र ब्राह्मण नहीं हो जाएगा,,और ब्राह्मण पहले, अब और आगे भी श्रेष्ठ कौम थी रहेगी। अगर शूद्र धमेड़े लेते हैं तो लेने दो, पिछले 70 सालों से ये ये ही काम करते रहे हैं। इनको सब सुविधाएं दे दी फिर भी ये शूद्र हैं। और 1000 साल तक शूद्र ही रहेंगे,,,, इनकी मानसिकता कभी नहीं बदल सकती,,,,,,शूद्र कभी ब्राह्मण नहीं हो सकता वो शूद्र ही रहेगा।

राजपुरोहित ने कहा- मेरी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी

^मैंकांग्रेस का पुराना कार्यकर्ता हूं, जिसमें रहते हुए जातिगत भेदभाव का कभी नहीं किया। मैंने यह पोस्ट इसलिए डाली की कांग्रेस का हश्र देखकर मैं दुखी हूं। बरसों पुरानी कांग्रेस पार्टी का पाली जिले में आज जो हश्र है, उसको लेकर ही मैंने अपनी भावना व्यक्त की। वैसे भी जो व्यक्ति जिस कुल में जन्म लेता है, वो अपने आप में महत्वपूर्ण है।

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